आज हमारे देश में सबसे ज्यादा लोगों की मौते किसी बीमारी की वजह से नहीं बल्कि सड़क हादसों एवं दुर्घटनाओं में हो रही है। आधुनिक युग में सड़क दुर्घटना एक आम सी बात हो गयी है।रोजाना दुर्घटना कोई सड़क दुर्घटना होती रहती है। ऐसा ही एक मामला उत्तराखंड के उधम सिंह नगर से आ रही है जहां एक पिता और बेटे की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार उधम सिंह नगर के सितारगंज नामक गांव में बरुआ बाग में के 42 वर्षीय निवासी चंद्र प्रकाश तिवारी अपने 14 साल के बेटे जिसका नाम आलोक तिवारी है के साथ गांव के ही एक शनि मंदिर में दर्शन करने जा रहे थे।वे दोनों बाइक में सवार थे। घर से तो वे खुशी खुशी निकले लेकिन गांव से कुछ दूर जाते ही दोनों बाइक ट्रक ट्रॉली की चपेट में आ गए और गंभीर रूप से घायल हो गए।घटना देख कर गांव के लोग इकट्ठा हो गए।
ज्लद बजी में स्थानीय लोगों ने उन्हें गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने 14 साल के बेटे को मृत घोषित कर दिया और गंभीर रूप से घायल पिता को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।लेकिन जैसे ही उन्हे वहां पहुंचा गया दुर्भाग्यवश उनकी भी मृत्यु हो चुकी थी।बेटे और पिता की मौत की खबर सुनकर घर में ही नहीं बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।परिवार में मां, भाई और बहन का रो रोकर बुरा हाल है।वहीं गांव के लोग इस घटना के लिए प्रदर्शन को जिम्मेदार ठहरा रहे है। उनका कहना है कि सड़क की दुर्दशा से यह दुर्घटना हुई है।
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