आज की खबर सारण जिले है, यहां एक पुलिस वाले के द्वारा एक फौजी को गिरफ्तार करने पर हड़कंप मच गया। पकड़े गए फौजी को शनिवार को धारीपुर हराजी गांव से कुछ ग्रामीणों ने पकड़ कर उसे पुलिस के हवाले कर दिया था। लेकिन जब यह बात आरोपी फौजी के स्वजनों और ग्रामीणों को पता चली तो वे सभी भड़क उठे। उन्होंने अवतार नगर पुलिस पर आरोप लगाया कि वह पक्षपात कर रहे है। साथ ही स्वजनों और ग्रामीणों ने उन्हे रविवार को छपरा जाने से भी रोक लिया। उनका कहना था कि अवतार नगर थाने में कुछ ही देर में दानापुर सैनिक छावनी से जेसीओ इस मामले की छानबीन करने पहुंच रहे है। वहीं फकुली गांव के ग्रामीणों का इस मामले में कहना था कि सेना का जवान क्या किसी की बाइक छीनने की कोशिश कर सकता है।
जवान अमरजीत सिंह को पुरानी दुश्मनी के चलते फसाया जा रहा है। उनका यह भी कहना है कि जब पुलिस हराजी पहुंची तो जवान के हाथ में किसी भी प्रकार की पिस्तौल नहीं थी। लेकिन प्रथम पक्ष के लोगों ने पिस्तौल घर से लाकर पुलिस को दिया। इस घटना के समय अमरजीत दिघवारा जा रहा था। लेकिन इस दौरान कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की। साथ ही उस पर पिस्तौल दिखा कर और फायरिंग करने का झूठा आरोप लगाया और उसे पुलिस को सौंप दिया गया।
इसके बाद जब मामला बहुत बढ़ गया तो दानापुर सेना छावनी से सेना के पदाधिकारी को अवतार नगर थाना आना पड़ा। और उन्होंने पुलिस से पूरे मामले की जानकारी ली। मामले के बारे में जानकर, अवतारनगर थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार का कहना है कि पुलिस किसी भी कीमत पर किसी के साथ कोई पक्षपात नहीं करेगी। तब कहीं जाकर यह मामला शांत हुआ और अवतार नगर पुलिस ने गिरफ्तार किए हुए सैनिक को कोर्ट में प्रस्तुत किया, और उसे छपरा जेल भेजा गया।
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