कोरोना से देश को बचाने के लिये सेना आमजन की सेवाओं में जुटी हुई है। अस्पतालों के साथ मिलकर सेना लोगों की हर संभव मदद कर रही है। ऐसे में देश की सीमा पर संकट के बादल भी मंडराने लगे हैं। देश की सीमा के अंदर घुसपैठ के खतरे बढ़ गये हैं। लेकिन सीडीएस बिपिन रावत ने स्पष्ट कर दिया है कि सेना ने चारो तरफ से पूरी तैयारियां कर रखी है। उन्होंने कहा कि सेना की तैयारियां ऐसी है कि कोई भी दुश्मन हमें चकमा नहीं दे सकता।
सीडीएस बिपिन रावत ने बताया कि रिज़र्व एरिया में भी सेना को रखा गया है। ऐसे में यदि सीमा पर कोई गड़बड़ होती भी है तो हम अपने पसंदीदा स्थानों पर सेना को तुरंत तैनात कर सकते हैं। समय समय पर सेना खतरों के आंकलन करती रहती है और उनका विश्लेषण भी करती है। इस साल भी ऐसे ही आंकलन करके कुछ सेना को बॉर्डर पर रखा है तो कुछ को आमजन की सेवाओं के लिये उपलब्ध कराया गया है। लेकिन हमारी रिज़र्व सेना हमेशा तैयार है। जरूरत पड़ने पर हम उन्हें आवश्यक स्थानों पर आसानी से तैनात कर सकते हैं।
बिपिन रावत ने यह भी कहा कि हम कुछ हद तक रिस्क ले रहे हैं। इसलिए हमने कुछ सेना को कोरोना काल में लोगों की मदद करने के लिये बॉर्डर से वापस बुलाया है। उन्होंने यह भी कहा कि दुश्मन हमारे ऊपर कब फायदा उठा सकता है, इसका हमें पहले ही आंकलन कर लेना चाहिए। सेना में आंकलन के आधार पर ही काम होते हैं। किस स्थान पर कितनी सेना की आवश्यकता है, यह सब आंकलन के आधार पर ही सुनिश्चित किया जाता है।