निमित आर्य ने साल 2014 में कमिशन हासिल किया। देश सेवा के लिए उनके दिल में बचपन से जुनून था लेकिन वह ट्रेनिंग के दौरान शहीद हो गए। निमित के शहीद होने से उनका परिवार गम में डूब गया। लेकिन उनका छोटा भाई आस्तिक आर्य अपने बड़े भाई का सपना पूरा करना चाहता था। उन्होंने खूब मेहनत की और अब वह भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट आस्तिक आर्य बन गए। शनिवार को भारतीय सैन्य एकेडमी में पासिंग आउट परेड पूरी कर आस्तिक सेना में लेफ्टिनेंट बन गए।
आस्तिक कल तक IMA के एक कैडेट थे। लेकिन आज से वह लेफ्टिनेंट आस्तिक आर्य के नाम से जाने जाएंगे। बड़े भाई शहीद निमित की प्रेरणा से आज आस्तिक सेना में अफसर बन गए। जिस समय आस्तिक का बड़ा भाई शहीद हुआ तब आस्तिक की उम्र काफी छोटी थी। लेकिन दुर्भाग्यवश एक ट्रेनिंग के दौरान साल 2014 में निमित आर्य शहीद हो गए।
आस्तिक ने छोटी उम्र में ही खुद को संभाला। उनके दिल में भी बड़े भाई की तरह देश सेवा का जुनून जागा। बड़े भाई की सीख को याद रखते हुए आस्तिक भारतीय सैन्य एकेडमी तक पहुंचे। शनिवार को 425 जेंटलमैन कैडेट्स पीपिंग और ओथ सेरेमनी के बाद बतौर लेफ्टिनेंट भारतीय सेना में शामिल हुए। इनमें हरियाणा के आस्तिक आर्य भी शामिल है।