कहते है अपने लिए तो हर कोई जीता है लेकिन दुनियां उसी को याद करती है। जो दूसरों के लिए जीता है जिन्हे आं हम आपको एक ऐसी नौजवान के बारे में बता रहे है जो खुद के लिए नहीं बल्कि दूसरो के लिए जिया और मात्र 15 साल की उम्र में अपनी जान दूसरो के लिए दाव पर लगा दी।
हम बात कर रहे है।पुलरिया के सैनिक स्कूल में पड़ने वाले 15 वर्षीय केडेट अमित राज की अमित की बहादुरी को आज दुनियां याद कर रही है करेगी भी क्यों नहीं अमित ने मात्र 15 वर्ष की उम्र में अपनी जान गवाकर 3 बच्चो की जिंदगियां बचाई है।बात 7 दिसंबर की है 10 बी कक्षा में पड़ने वाले अमित अपने ही घर पर थे।तभी अचानक पड़ोस में भीषण आग लग गई और उस आग में 3 मासूम जिंदगियां फस गई आस पास के लोग उन बच्चो को बचाने के लिए लोगो से मदद की गुहार लगा रहे थे लेकिन कोई भी उन बच्चो को बचाने के लिए आगे नहीं आया। लेकिन तभी अमित ने अपनी जान की परवाह किए बिना उन 3 बच्चो की जान बचाई. लेकिन इस हादसे में अमित खुद ना बच सके अमित की इसी बहादुरी को इंडियन आर्मी ने सल्यूट किया है।यह भी पड़े:देवभूमि का एक ओर लाल ड्यूटी के दौरान शहीद, 4 महीने बाद होना था रिटायर..
जब अमित उन 3 बच्चो को बचाने के लिए आग में कूदे तो अमित ने उन तीन बच्चो की जान तो बच ली लेकिन अमित खुद आग में बुरी तरीके से झुलस गए।बता दे अमित बच्चो के बचाने के लिए खुद आग में 85 फीसदी झुलस गए थे जिसके बाद अमित को सफदरगंज मे भर्ती कराया गया। आगे मे जुड़ा झुलसने के कारण अमित बच नहीं सके और 13 दिसंबर को अमित इस दुनिया को अलविदा कह कर चले गए.
15 year old Cadet Amit Raj of #SainikSchool #Purulia sacrificed his own life while saving the lives of three children. He will continue to inspire future generations with his courage and bravery. #IndianArmy salutes the supreme sacrifice of the #Braveheart pic.twitter.com/IorqxvlOJE
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) December 24, 2020