मणिपुर:- मणिपुर में शनिवार को आतंकियों ने सेना के काफिले पर हमला किया, जिसमे कर्नल समेत सात जवान शहीद हो गए। इस घटना में कर्नल की पत्नी और बेटे की भी मौत हो गई। घटना के बाद से पूरे इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। अब इस घटना की जिम्मेदारी मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट (MNPF) ने ली है। साथ ही एक नोट भी जारी किया।
उस नोट में शनिवार की घटना के बारे में बताया गया है। MNPF ने कहा कि हमला करने वाले लोग अंजान थे कि काफिले में कर्नल की पत्नी और बच्चा भी है। हम साफतौर पर जवानों को नसीहत देते हैं कि ऐसी जगहों पर परिवार को लेकर ना आएं, जिनको आपकी सरकार ने भी संवेदनशील माना है। नोट में ये भी बताया गया कि ये संयुक्त बयान उप प्रचार सचिव रोबेन खुमान और थॉमस नुमाई ने जारी किया है।उन्होंने पूरे हमले की जिम्मेदारी ले ली है। सरकार और मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर जाएगी।
नक्सली हमले में शहीद हुए कर्नल विप्लव और उनकी पत्नी, बच्चे का शव रविवार की शाम तक रायगढ़ पहुँच जाएगा। शव को हवाई मार्ग से रायपुर एयरपोर्ट लाया जाएगा। जिसके बाद शव रायपुर से सेना के हेलीकॉप्टर से जिन्दल हवाई पट्टी पर उतरेगा। जहां शव को अंतिम दर्शन के लिए रामलीला मैदान में रखा जाएगा। उसके बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।
ये घटना मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के सिंघट की है। ये इलाका म्यांमार सीमा से सटा हुआ है। आंतकियो ने 46 असम राइफल्स से कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लप त्रिपाठी को निशाना बनाया गया और उनके काफिले पर यह घटना हुई। बताया जा रहा है कि यह हमला तब हुआ जब 6 असम राइफल्स कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लप त्रिपाठी शनिवार को अपने परिवार के साथ फॉरवर्ड कैंप से वापस बटालियन मुख्यालय लौट रहे थे। इसी दौरान आतंकियों ने आईईडी ब्लास्ट किया। जिसमें कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे की मौत हो गई। इसके अलावा 4 जवान भी शहीद हुए।