सेना के 2 जवान कारगिल और अनंतनाग से गिरफ्तार, अब तक ISI को भेज चुके है 900 से ज्यादा गोपनीय दस्तावेज..

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punjab police arrested two army jawan from kargil and anantnag so far more than 900 confidential documents have been sent to ISI

पंजाब से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। ये खबर भारतीय सेना से जुड़ी है। बता दें की पंजाब जालंधर पुलिस ने भारतीय सेना के दो जवानों को गिरफ्तार किया है। जवानों पर आरोप है कि ये पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को सुरक्षा दस्तावेज भेज रहे थे। इन दोनो जवानों का नाम तब सामने आया जब जालंधर पुलिस ने हेरोइन के साथ एक ड्रग तस्कर को पकड़ा, पुलिस ने उससे पूछताछ करी तो पता चला की अनंतनाग और कारगिल में तैनात इन सैनिकों तक पहुंची। उसके बाद आर्मी ने अब दोनों जवानों को जालंधर पुलिस को सौंप दिया है। अगर ये तस्कर नही पकड़ा जाता तो आज किसी को भी नही पता चलता की ये जवान ऐसे गैरकानूनी काम कर रहे हैं।

बता दें की पुलिस जांच में चौकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिसे सुनकर आप भी दंग रह जायेंगे।पुलिस ने जब इस मामले में जांच की तो पता चला कि इन लोगों ने फरवरी से मई तक रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े 900 से ज्यादा गोपनीय दस्तावेज पाकिस्तानी एजेंसी को सौंपे है। पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि, जालंधर पुलिस के एसपी मनप्रीत सिंह ढिल्लो की टीम ने रणवीर सिंह नामक तस्कर को 70 ग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा था, जिसके बाद इस केस की जांच एसएसपी नवीन सिंगला कर रहे थे। उसके बाद एसपी मनप्रीत सिंह ढिल्लो और एसएसपी नवीन सिंगला द्वारा पुलिस की एक विशेष टीम का गठन किया गया। जांच में पता की चला की इनके पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के साथ गहरे रिश्ते हैं।

उसके बाद जब आगे की कारवाही की गई तो पता चला की तस्कर को गोपनीय दस्तावेज अनंतनाग में तैनात सिपाही हरप्रीत सिंह से मिले। जिसे सुन पुलिस के होश उड़ गए। बता दें की हरप्रीत सिंह और रणवीर अमृतसर के चीचा गांव के रहने वाले हैं।  2017 में हरप्रीत 19 राष्ट्रीय राइफल्स में भर्ती हुआ था, और वो दोनो एक ही गांव थे जिससे उनकी गहरी दोस्ती हो गई, और वो दोनो फिर इसी काम को अंजाम देने लगे। जवान पैसे की लालज में अपने ही देश के दस्तावेज भेजने लगे। और हरप्रीत ही इसके खातों में पैसे डाला करता था।

उसके बाद हरप्रीत ने एक सिपाही गुरभेज सिंह को भी पाकिस्तान को दस्तावेज भेजने में शामिल कर दिया। सिपाही गुरभेज सिंह तरनतारन के पुन्नियां गांव का रहने वाला है, जो की 18 सिख लाइट इन्फेंट्री में तैनात गुरभेज कारगिल में क्लर्क के पद पर नियुक्त हैं। वो 2015 में सेना में शामिल हुआ था। वहीं उसे आसानी से राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा से जुड़े दस्तावेज मिल जाते थे, जिसे वो पाकिस्तानी एजेंसियों को भेजता था। ALSO READ THIS:खुद को सेना का अफसर बता कर 53 महिलाओं से अफेयर, 4 महिलाओं से शादी, 20 से ज्यादा युवाओं से ठगी…

पुलिस ने रणवीर से पूछताछ के बाद पुलिस ने एक और तस्कर गोपी को गिरफ्तार किया। जिसके बाद तस्कर गोपी ने भी बहुत बड़े खुलासे किए। गोपी ने बताया की भारतीय सुरक्षा के गोपनीय दस्तावेज उसने सीमा पार पाकिस्तान में बैठे तस्करों को उपलब्ध कराया, जिसके बदले वह हेरोइन भेजते हैं। जिनमें से एक कोठार का व्यक्ति है और दूसरा सिकंदर जो की पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट हैं।बताया जा रहा है की ये दोनों पाक एजेंट रणवीर सिंह और तस्कर गोपी को पैसे और हेरोइन भेजते थे और बदले में उनसे सुरक्षा के दस्तावेज लेते थे। वहीं, जांच में ये भी सामने आया है की यह सारे दस्तावेज इनक्रिप्टेड एप के जरिए भेजे जाते हैं। वहीं, रणवीर दोनो जवानों के खाते में पैसे डालता था। वहीं, एसएसपी नवीन सिंगला ने बताया कि सेना द्वारा दोनों सैनिकों को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। वहीं, पुलिस जांच में जुट गई है।वहीं, पुलिस यह भी जांच कर रही ही की इस मिशन में और कितने लोग हैं। वहीं चारों आरोपियों के ऊपर कड़ी से कड़ी करवाई की जा रही है।

 

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