जैसे कि हम सब जानते हैं परमवीर चक्र सेना में मिलने वाला सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार है। परमवीर चक्र सेना के उन जांबाजों दिया जाता है जिन्होंने दुश्मन की उपस्थिति में बहादुरी, वीरता, आत्म बलिदान से साहसी कार्य किया हो। परमवीर चक्र अब तक मेजर सोमनाथ शर्मा से लेकर कैप्टन विक्रम बत्रा तक 21 जांबाजों को मिल चुका है। यहाँ तो सब जानते है परमवीर चक्र क्यों मिलता है और किस किस को मिला है लेकिन, क्या आप ये जानते हैं कि परमवीर चक्र का डिज़ाइन किसने बनाया है। परमवीर चक्र का डिज़ाइन एक ऐसी महिला ने बनाया है जिनका जन्म हुआ तो स्विट्ज़रलैंड में था लेकिन उनका दल हिन्दुस्तानी था। उनका नाम था इवा योन्ने।
आपको बता दें कि कैप्टन विक्रम खानोलकर से शादी के बाद उनका नाम सावित्री बाई खानोलकर हो गया। स्विट्ज़रलैण्ड में जन्मी ईवा की माँ रूसी मूल की थी जबकि उनके पिता हंगरी से थे। पिता के लाइब्रेरियन होने की वजह से ईवा को बचपन से ही किताबें पढ़ने का शौक़ था किताबों के माध्यम से वह भारत को जानने लगी।
कैप्टन विक्रम से शादी के बाद ईवा ने पूर्ण तरीक़े से भारत की संस्कृति को अपना लिया था। उनकी भाषा और पहनाव पूरी तरह से भारतीय था। विक्रम खानोलकर की पहली पोस्टिंग औरंगाबाद में भी बाद में प्रमोशन मिलने की वजह से उनकी पोस्टिंग पटना हो गई जिसके बाद सावित्रीबाई भी उनके साथ की गई। सावित्री बाई ने पटना विश्वविद्यालय में दाख़िला लिया वहाँ उन्होंने संस्कृत नाटक, वेद और उपनिषदों का अध्ययन किया। साथ ही वह रामकृष्ण मिशन का भी हिस्सा रहे हैं।
भारत के स्वतंत्र होने के बाद भारत पाक युद्ध में साहस दिखाने वाले वीरों को सम्मानित करने के लिए भारतीय सेना द्वारा नए पदक तैयार करने पर काम किया जा रहा था। जिसकी ज़िम्मेदारी मेजर जनरल हीरालाल अट्ठल को दी गई थी। इस काम को पूरा करने के लिए मेजर हीरालाल ने सावित्रीबाई को चुना। कुछ दिनों के बाद उन्होंने अपना डिज़ाइन मेजर हीरालाल को भेजा जिसको सबने पसंद किया। परमवीर चक्र के अलावा सावित्रीबाई ने महावीर चक्र, वीर चक्र, शौर्य चक्र और कीर्ति चक्र को भी डिज़ाइन किया।
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