छत्तीसगढ़ से कुछ दिन पहले एक घटना सामने आई थी जिसमे सुकमा जिले में एक सीआरपीएफ के जवान ने अपने 4 साथियों को गोली मार दी थी। लीगनपल्ली कैम्प में हुए मामले में पुलिस ने सीआरपीएफ के आरोपी जवान रितेश रंजन को गिरफ्तार किया। पुलिस ने रितेश से जब सवाल पूछे तो उसने बताया कि ‘हां मैंने ही सभी को मारा है। मेरी पत्नी के बारे में गलत कमेंट करते थे। उसे कच्ची कली कहते थे।’ इसके साथ ही एक अन्य अफसर का नाम लेकर कह रहा है कि घटना वाले दिन सुबह 5 बजे वे लोग जंगल में मुझे मरवाने की प्लानिंग कर रहे थे। इसलिए मैंने सभी को मार दिया।
अवसरों और रितेश रंजन के बीच हुई बातचीत
अफसर- तुम्हारा नाम क्या है? कंपनी में कब से पदस्थ हो?
जवान- मेरा नाम रितेश रंजन है। साल 2017 से पदस्थ हूं।
अफसर – तुमने अपने साथियों पर गोली क्यों चलाई?
रितेश- हां, मैंने गोली चलाई है क्योंकि मुझे गाली देते थे। और मेरी पत्नी को कच्ची कली कहते थे।
अफसर– तुम्हारे यहां कंपनी कमांडर है। क्या तुमने उनसे इनकी शिकायत की थी?
रितेश- मैंने इंस्पेक्टर साहब को इसकी जानकारी दी थी। आप मेरी फेसबुक चेक कर लीजिए। आपको सब कुछ पता चल जाएगा। मुझे रास्ते में चलने नही देते थे। बहुत ज्यादा तंग करते थे। मंदिर जाता था तो दौलत राम साहब कहकर बुलाते थे। और कपूरवा आया है आज आरती करेगा। मैं भी भक्ति वाला आदमी हूं। हमने तो 4 गांव और देश के बारे में कुछ लिख दिया, पूरी दुनिया पीछे पड़ गई ऐसा होता है क्या? देश के और गांव के बारे में लिखना खराब है क्या?
अफसर- आप छुट्टी में जाने वाले थे क्या?
रितेश- जी हां, मैं 13 तारीख को घर जाने वाला था। मेरा एक हाथ खराब था उसे बैठवाना भी था।
अफसर- अभी आपने कौन से हथियार से जवानों पर गोली चलाई?
रितेश- मैंने, AK-47।
अफसर- आपने रात में 3 बजे फायरिंग की थी? उस समय आप सो रहे थे या ड्यूटी पर जा रहे थे?
रितेश- मैं उस समय अपने बिस्तर पर था, सो रहा था। मेरी ड्यूटी नहीं थी। मुझे तो बाहर ड्यूटी पर जाना था। कुछ लोगों ने बोला कि आज 5 बजे इसे बाहर ले जाकर इसका गेम खत्म कर देंगे। वो मीणा साहब कहां-कहां बात किए हैं।