तमिल के जाने माने अभिनेता सूर्या शिवकुमार आज अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं। 23 जुलाई 1975 को जन्में अभिनेता को साउथ का सिंघम भी कहा जाता है। वह भले ही तमिल एक्टर शिवकुमार के बेटे है। लेकिन इंडस्ट्री में अपनी मेहनत के दम पर सूर्या ने एक अलग पहचान बनाई है। कड़ी मेहनत कर वह इस मुकाम तक पहुंचे हैं।
शुरुआत में सूर्या को फिल्मों में कोई खास दिलचस्पी नहीं थी। इसी कारण उन्होंने फिल्मों से दूर कपड़ों की फैक्टरी में काम करना शुरू किया। एक हजार रुपए महीने की वेतन में सूर्या ने कपड़ों की फैक्टरी में 8 महीने तक काम किया। किसी को पता भी नहीं था कि वह अभिनेता शिवकुमार के बेटे हैं। जब वह 20 साल के हुए तब उन्हें एक फिल्म “असाई” में मुख्य किरदार के रूप में काम करने का ऑफर मिला। हालांकि फिल्मों में दिलचस्पी ना होने के कारण उन्होंने यह ऑफर ठुकरा दिया। 2 साल बाद 1997 में सूर्या को फिल्म “नेररुक्कू नेर” में काम करने का मौका मिला। वह इस ऑफर को मना नहीं कर पाए। इसी फिल्म के साथ सूर्या ने साउथ इंडस्ट्री में कदम रखा।
एक इंटरव्यू में सूर्या ने बताया कि फिल्म के शुरुआती दिनों में उन्हें काफी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सूर्या में आत्मविश्वास की बहुत कमी थी, इसके साथ साथ उनकी फाइटिंग और डांसिंग भी कुछ खास नहीं थी। सूर्या के मेंटर रघुवरन ने उन्हें इन सब बाधाओं पर जीत हासिल करने में मदद की। फिर पहली बार सूर्या को पहचान फिल्म “नंदा” से मिली। इस फिल्म ने सूर्या को तमिल नाडु स्टेट फिल्म में बेस्ट अभिनेता का अवॉर्ड दिलाया। आज अपनी कड़ी मेहनत से सूर्या साउथ सिनेमा के सबसे ज्यादा पेड स्टार्स में से एक है।