गाजियाबाद. दिल्ली के गाजियाबाद से कुछ दिन पहले ही लोनी कोतवाली क्षेत्र में डाबर तालाब कॉलोनी से 12 बच्चो के गायब होने की खबर मिली थी।इन बच्चो का पता लगाने का पुलिस अथक प्रयास कर रही थी। अब इसी मामले में खबर मिली कि यह मामला बच्चो को चोरी कर उन्हे बेचने से सबंधित था। इसमें 11 बदमाश और 9 महिलाएं भी शामिल थी।
जानकारी के मुताबिक चोरी का मामला 12 मई को पुलिस के सामने आया जब एक दंपत्ती ने इस बात की शिकायत की।जब मामले की जांच पड़ताल शुरू हुई तो कड़ी से कड़ी जुड़ने लगी और एक बड़ी गिरोह पर से पर्दा उठा।
जब दंपती के द्वारा बच्चा बेचने की बात सामने आई तो जांच पड़ताल के दौरान पुलिस ने उनके सभी रिश्तेदारों से पूछताछ की. जिसमे पता चला कि इसका पूरा गिरोह दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय है। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार आलोक अग्निहोत्री नामक व्यक्ति ने अपनी बहन के लिए दिल्ली निवासी अश्मित कौर और गुरमीत कौर से बच्चा खरीदा,जिसकी कीमत उसने 5.5 लाख रुपये दी।जब पुलिस ने इन दोनो पति पत्नी से पूछताछ की तो सारी बातें पुलिस के सामने आने लगी। और इन लोगों के साथ इनके गैंग के शाहिद,तरमीन,सरोज,ज्योति,मोनिका,रुबीना और प्रीति नामक लोगों को गिरफ्तार किया गया। ALSO READ THIS:दुखद: सेना का जवान कन्हैया लाल जाट ड्यूटी के दौरान हादसे में हुए शहीद…परिवार में मचा कोहराम…
पूछताछ के दौरान उन सब ने बताया कि वाहिद और तरमीम ने बच्चे को चोरी किया और उस बच्चे को रुबीना वह मोनिका नामक महिलाओं को दिया।इसके बाद उन्होंने उस बच्चे को प्रीति,सरोज और ज्योति नामक महिला को दिया।इसके बाद बच्चे को इनके गैंग के अन्य लोगों के पास दिया गया और तब कहीं जाकर गुरमीत नामक व्यक्ति के पास पहुंचा।इसके बाद खुलासा हुआ कि यह गैंग नवजात बच्चों की चोरी करता है। इस गैंग में से 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है,लेकिन तीन लोग अभी भी फरार है।साथ ही इन लोगों के पास से वो रकम भी बरामद हुई जो बच्चे को बेचकर ली गई थी। पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस और आईपीसी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
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