देहरादून –सैन्यधाम के निर्माण के संबंधी बड़ी खबर सामने आई है। मंगलवार को इसके निमार्ण संबंधी कुछ उच्च स्तरीय समिति न पुरूकुल स्थित सैन्यधाम की भूमि का मुआयना की। साथ ही सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सैन्यधाम निमार्ण हेतु वहीं खुले आसमान के नीचे ही अधिकारियों की संग बैठक की। इस बैठक में एम0डी0 उपनल ब्रिगेडियर, पी0पी0एस0 पाहवा, नीटू पुण्डीर, मंजीत रावत, जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त मेजर जनरल सम्मी सब्बरवाल, सचिव सैनिक कल्याण एल0 फैनई, पार्षद सुन्दर कोठाल, अपर सचिव सैनिक कल्याण प्रदीप रावत, इंजीनियर पेयजल, लक्ष्मण सिंह रावत, निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर के0बी0 चन्द, सुभाष चौहान, जैसे कई अधिकारी मौजूद रहे। साथ ही इसके निमार्ण के पहले चरण से जुड़े कुछ दिशा-निर्देश भी जारी किए गए।
कुछ सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए कि जिस भूमि पर निर्माण का कार्य होगा, उस भूमि और उससे जुड़ी भूमि पर पृथक – पृथक चिन्हित की जाए। इसके साथ अप्रोच रोड दी जाने वाली भूमि को भी निर्धारित की जाएं। इस काम के लिए अधिकारियों को 15 दिन का समय दिया गया है। इस विषय में यदि शासन स्तर को कोई दिशा-निर्देश देने हो तो जल्दी ही इस पर पत्रावली मूवमेंट किया जाए। इस सैन्यधाम का निर्माण दो चरण में किया जाएगा। पहले चरण में प्रवेशद्वार, अप्रोच मार्ग, चाहरदीवारी और सेना में पूजे जाने वाले जवानों के लिए प्लेटफॉर्म के निर्माण किए जायेंगे। इस बात की जानकारी कार्यदायी संस्था पेयजल निर्माण शाखा के अधिकारियों को दी गई।
साथ ही यह भी बताया गया कि यह सैन्यधाम वीरता तथा पराक्रम का प्रतीक माना जायेगा। साथ ही इसे भव्य बनाने के लिए पेशेवर डिजायनर की कम्पनियों को बुलाया जाएगा। साथ ही उनको देश के अन्य एतिहासिक वीरता स्मारकों को ध्यान में रखकर ही इस सैन्यधाम का निर्माण करना होगा। यह सैन्यधाम सभी नागरिकों की भावनाओं से जुड़ा हुआ है। यह वीर सैनिकों तथा सैन्य पराक्रम के लिए सम्मान के के तौर पर बनाया जा रहा है, जो पूरी राज्य सरकार के लिए सर्वोपरि है। इसीलिए इसे बनाने में कोई कसर नहीं रखी जायेगी। साथ ही इसका निर्माण तय समय पर ही किया जायेगा।
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