आपको बता दें कि सोमवार देर रात को पुरोला के बसन्त नगर की 32 वर्षीय नीतू देवी जो कि मां बनने वाली थी, उन्हें प्रसव पीड़ा होने लगी। पीड़ा के दौरान उन्हें पास के स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां नीतू ने दो जुड़वा मृतक नवजात शिशुओं को जन्म दिया। प्रसव पीड़ा असहनीय होने पर उनकी हालत बिगड़ने लगी जिसके कारण रात को ही डॉक्टरों ने उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। कमजोर आर्थिक स्थिति की वजह से नीतू के परिजन उन्हें उनके घर बसंतनगर ले गए। घर ले जाते समय रास्ते में ही महिला ने दम तोड़ दिया।
महिला के पति ओमप्रकाश ने बताया कि उनका दून अस्पताल में इलाज चल रहा था। 25 जुलाई को प्रसूता को दूर अस्पताल से एम्स ऋषिकेश में रेफर किया गया। लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण परिजन महिला को घर ले आए। प्रभारी चिकित्सक अधिकारी डॉ0 पंकज कुमार ने कहा कि महिला का काफी दिनों पहले से ही दून अस्पताल मैं इलाज चल रहा था, जहां से 2 दिन पहले प्रसूता को ऋषिकेश एम्स के लिए रेफर किया गया। लेकिन उसके परिजन उसे घर ले आए।
उसी सोमवार को महिला को प्रसव पीड़ा के कारण अस्पताल लाया गया। जहां दो जुड़वा अल्पविकसित शिशुओं को किसी तरह बाहर निकाला गया, वहीं महिला को तत्काल हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी गयी, लेकिन समय पर अस्पताल ना पहुंचने पर अत्यधिक रक्त बहने से महिला की मौत हो गई।
READ ALSO: महिला पुलिस इंस्पेक्टर जमीन पर कब्जा कराने में कर रही थी मदद,दो SI समेत तीनों सस्पेंड..