आज के दौर में डिप्रैशन एक ऐसी बीमारी बन गई है जो सुनने में मामूली लगती है लेकिन इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। ऐसे ही एक मामला नैनीताल के रामनगर से सामने आ रही है। यहां तमाम कोशिशों के बावजूद भी जब एक युवक का सेना में चयन नहीं हुआ तो उसने आत्महत्या कर जान दे दी। युवक ने पेड़ से लटककर अपने जीवन का अंत कर दिया। फिलहाल पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मृतक की पहचान 24 वर्षीय ज्ञानी बिष्ट के रूप में हुई है। वह रामनगर के लखनपुर का निवासी था। पिछले एक साल से बेरोजगार और तमाम प्रयासों के बावजूद भी सेना में भर्ती ना हो पाने के कारण ज्ञानी बिष्ट तनाव में चल रहा था। एक साल पहले ज्ञानी कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर सीटीआर कार्यालय में काम कर रहा था। लेकिन कोरोना के कारण वह पिछले एक साल से बेरोजगार था।
कल दोपहर अचानक ज्ञानी अपने घर से बिना बताए कहीं चला गया। शाम तक जब ज्ञानी घर नहीं आया तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। इसके बाद देर शाम परिजनों को ज्ञानी का शव पेड़ से लटका हुआ मिला। यह देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। परिजनों के अनुसार ज्ञानी ने 3 बार सेना में भर्ती होने का प्रयास किया। लेकिन उसकी मेहनत रंग नहीं लाई। इसके बाद ज्ञानी ने नौकरी करनी शुरू की। लेकिन कोरोना के कारण पिछले एक साल से वह बेरोजगार था।
परिजनों ने यह भी बताया कि ज्ञानी की आत्महत्या के दो कारण है। पहला तो यह कि 3 प्रयासों के बावजूद वह सेना में भर्ती नहीं हो सका और दूसरा यह कि पिछले एक साल से ज्ञानी बरोजगार था। इन्हीं दो वजहों से वह तनाव में रहने लगा। आखिरकार ज्ञानी ने मात्र 24 वर्ष की आयु में अपनी ज़िन्दगी का अंत कर दिया। वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक के शव को पोसटमार्टम के लिए भेज दिया है।
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