उत्तराखण्ड चमोली से एक बड़ी खबर सामने आ रही है जहां, बताया जा रहा है की, एक होमगार्ड सुरेन्द्र लाल ने जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया पर ये आरोप लगाया है कि, अप्रैल माह में कोरोना काल के दौरान जिलाधिकारी के बेटे को पार्क में जाने से रोकने पर उसे तीन साल के लिए संसपेड कर दिया गया। दरअसल ये पूरा मामला अप्रैल का है, अप्रैल के देश में फिर से कोविड केस बढ़ गए थे जिसके चलते कोविड गाइडलाइंस के अनुसार सार्वजनिक पार्कों पर प्रवेश बिलकुल माना था।
बता दें की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के बंगले के पास बने शहीद पार्क में होमगार्ड सुरेन्द्र लाल की तैनाती थी, जिसके बाद अधिकारी ने होमगार्ड हो तीन साल के लिए सस्पेंड कर दिया था। इसके अलावा होमगार्ड सुरेन्द्र लाल का कहना है कि, यदि उसे पता होता कि उसे रोकने पर वो सस्पेंड हो जायेगा, तो वह ऐसा कभी नहीं करता। और अब सुरेन्द्र लाल के बदले होमगार्ड जवान बुद्धि लाल की तैनाती की गई है। इस पूरे मामले को देखते हुए होमगार्ड के सहायक जिला कमांडेंट दीपक भट्ट का कहना है कि, जिलाधिकारी कार्यालय से पत्र जारी किया गया था।
जिसके अनुसार पार्क में बच्चों तथा अभिभावकों से अभद्रता का आरोप लगाते हुए तीन साल तक सस्पेंड करने के आदेश दिए गए। au सुरेन्द्र लाल अब न्याय की गुहार लगाते कई दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। वहीं, एक बार फिर जिलाधिकारी फिर से सुर्खियों में आ गई हैं। अब देखना ये होगा की कब तक होमगार्ड सुरेन्द्र लाल को न्याय मिलता है।