देश में कोरोना के कारण ख़ौफ़ का माहौल है। केवल आम खांसी जुखाम होने पर लोग डर रहे हैं कि उन्हें कहीं कोरोना तो नहीं हो गया है। ऐसे ही एक खबर उत्तराखंड के काशीपुर से सामने आयी है। यहां 21 वर्षीय कुलदीप शर्मा ने कोरोना के डर से आत्महत्या कर ली। वह द्वाराहाट इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक कर रहा था। कुछ दिन पहले कुलदीप को खांसी, झुखाम और बुखार हुआ। कोरोना के लक्षण दिखने पर परिजनों ने उसे एक अलग कमरे में आइसोलेट कर दिया।
कोरोना से डर से परेशान होकर कुलदीप गुरुवार को अपनी मम्मी से उनका दुपट्टा मांगकर लाया। जब उसकी मम्मी ने उसे पूछा कि उसे दुपट्टा क्यों चाहिये तो कुलदीप ने कहा कि मच्छर बहुत है इसलिए दुपट्टा चाहिये। वह दुपट्टा लेकर कमरे में गया और वहां उसने फांसी लगा ली। कुलदीप की मृत्यु से उनके घर में मातम छा गया। आत्महत्या करने के मुख्य कारण की कोई जानकारी अभी प्राप्त नहीं है।
कुलदीप अपने परिवार में इकलौता लड़का था। उसकी दो बहने भी है। कुलदीप के परिजन उसकी हर इक्छा पूरी करते थे। उसके पिता मौहल्ले में ही एक रेस्टोरेंट चलाते हैं। सर्दी जुखाम और बुखार होने के कारण कुलदीप 26 अप्रैल को द्वाराहाट से काशीपुर वापस अपने घर आ गया था। परिजनों को लगा कि उसे कहीं कोरोना न हो इसलिए उन्होंने कुलदीप को अलग कमरे में आइसोलेट किया।
सब कुछ नार्मल चल रहा था। गुरुवार को रात का खाना खाने के बाद कुलदीप वापस अपने कमरे में चला गया। वह अपनी मम्मी से उनका दुपट्टा भी मांगकर ले आया। शुक्रवार की सुबह जब काफी देर तक कुलदीप अपने कमरे से बाहर नहीं आया तो परिजनों को चिंता होने लगी। उन्होंने कमरे में झांककर देखा टी उनका लड़का फंदे से लटक रखा था। घटना की सूचना पुलिस को दी गयी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा है। कुलदीप की आत्महत्या से उसके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
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