खुदखुशी के अनेकों मामले सुनाई देते है,लेकिन आज उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर से खुदकुशी का अलग ही किस्सा सुनाई दे रहा है।यहां धीरज नाम के एक युवक ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली। परिजनों ने बताया धीरज एक मोबाइल की दुकान पर कार्यकार्त था।जिस दुकान में वह काम करता था वहां के मालिकों ने उस पर चोरी का आरोप लगाकर उसे घसटीते हुए ले जाकर उसे लाठियों से बुरी तरह पीटा।जैसे तैसे परिजनों ने दुकान के संचालकों को 10 हजार रुपये दिए और धीरज को छुड़वा लिया।लेकिन इस सब से धीरज बहुत टूट चुका था।उसने इस आरोप और पिटाई से आहत होकर शाम के समय जहर खाकर अपनी जान दे दी।परिजनों को जब धीरज के जहर खाने की बात पता चली तो वे उसे इलाज के लिए मुरादाबाद ले कर जा रहे थे,लेकिन रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गई।धीरज का परिवार नरखेड़ा गांव में रहता गौ उसकी मृत्यु की खबर सुन पूरा माहौल गुस्से और गम में है।
इसके चलते वहां के कुछ ग्रामीण और धीरज के परिजन रात के समय बाजपुर कोतवाली पहुंचे और वहां दुकान संचालकों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग करने लगे।इस हंगामे की बात जब सीओ बंदना वर्मा तक पहुंची तो वह भी मौके पर कोतवाली पहुंच गई।उन्होंने ग्रामीणों को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाने का आश्वासन दिया है।इसके बाद कहीं जाकर सब लोग शांत हुए।धीरज की मां गीता देवी का कहना है कि उनका बेटा बाजपुर में ही गोयल मोबाइल शॉप पर करीब दो साल से काम कर रहा था।
लिकन अचानक बुधवार की दोपहर उनके घर दुकान के मालिक मोनू, अजय और संदीप गोयल लाठी-डंडे के साथ आ पहुंचे।उन्होंने उसपर आरोप लगाया कि उसने छह हजार रुपये चोरी किए हैं और वे सभी मिलकर उसे लाठी डंडे से पीटने लगे।मां ने जैसे ही बेटे को बचाने की कोशिश की तो उन लोगों ने उसे भी धक्का देकर हटा दिया,और वे धीरज को घसीटकर ले जाने लगे।यह देख परिजनों ने बीट एकी जान बचाने के लिए आरोपियों को दस हजार रुपए देकर छुड़ाया,लेकिन इन सब से धीरज गहरे सदमे में जा चुका था और शाम को उसने जहर खाकर अपनी जान दे दी। धीरज के परिजनों ने तीनो आरोपियों पर केस दर्ज किया है।जल्दी ही आरोपियों की गिरफ्तारी होगी।
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