उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के धनिया क्षेत्र में भुवन जोशी हत्या मामले में एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां बताया जा रहा है की आरा सल्पड़ के ग्रामीणों ने खुद को गलत तरीके से फंसाए जाने का आरोप लगाया है और चितई गोलू मंदिर में न्याय की गुहार लगाई है। बताया जा रहा है की, उन्होंने अपनी फरियाद में कहा है कि पिछले 28 अप्रैल को जो घटना हुई थी, उसमें पुलिस द्वारा सही तथ्यों को नजर अंदाज किया गया।
वहीं, इस मामले में अब गांव वालों ने गोलू देवता के पास अर्जी लगाते हुए कहा है कि, इसमें ग्रामीणों को फंसाया जा रहा है।अपको बता दें की ग्रामीणों का कहना है कि भुवन जोशी अपने साथियों के साथ गांव में आया था और एक गांव वाले की नाबालिग पुत्री के साथ बलात्कार करने की कोशिश की। उन्होंने आगे बताया की जब लड़की की चिल्लाने की आवाज आई उसके बाद ही पूरे गांव में लोग जमा हुए और इसके बाद उन्होंने भुवन जोशी को पुलिस को सौंप दिया था। ALSO READ THIS:यहां हैवान पति ने शराब पीकर पत्नी के प्राइवेट पार्ट में ठोकी कील, पत्नी ने लगाई इंसाफ की गुहार
वहीं, उन्होंने आगे कहा की भुवन जोशी ने गांव में आकर जहर खाकर जान देने की धमकी दी थी। और इस घटना के एक दिन बाद भुवन चंद्र जोशी की पुलिस अभिरक्षा में मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने कहा कि, उन्हें लगता है कि भुवन जोशी ने पुलिस अभिरक्षा में जहर खाकर खुदकुशी की है और पुलिस अपने बचाव में गांव वालों को फंसा रही है। ALSO READ THIS:खुशखबरी: आज से शुरू हो गई है यूपी पुलिस के 1329 सब इंस्पेक्टर और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पदों पर आवेदन प्रतिक्रिया..
बताया जा रहा है की गांव वालों की मांग है कि मृतक का विसरा रिपोर्ट सुरक्षित रखा जाए और इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो, ताजी सारा सच सामने आए। बताया जा रहा है की गोलू देवता को भेजी गई अर्जी में रमेश चंद्र, अंबादास, शष्टी बल्लभ पांडे, दिनेश जोशी, नारायण सिंह, बसंत जोशी और रमेश चंद्र के हस्ताक्षर हैं। अब देखना ये होगा की पुलिस इस मामले में क्या जवाब देती है। ALSO READ THIS:उस रात पिस्टल से भी लेस थे सुशील कुमार नया वीडियो आया सामने देखिए..