बुधवार को TOI के एक पत्रकार ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर की। पत्रकार का नाम दीपक लवानिया है। पत्रकार ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि एक व्यक्ति पुलिस से गुहार लगा रहा था कि वे ऑक्सीजन सिलिंडर न ले जाये। क्योंकि वह उस ऑक्सीजन सिलिंडर को अपनी माँ के लिये लेजा रहा था। पत्रकार ने यह भी कहा कि आगरा के एक प्राइवेट अस्पताल से पुलिस ऑक्सीजन सिलिंडर जब्त करके ले गयी। इसके बाद पुलिस ने ऑक्सीजन सिलिंडर एक वीआईपी को सप्लाई कर दी। पत्रकार के अनुसार फिलहाल उस आदमी और उसकी माँ का कोई अता पता नहीं है।
उपाध्याय हॉस्पिटल के वायरल वीडियो, ऑक्सीजन की समस्या से ग्रसित व्यक्ति, खाली सिलेंडर को ले जाकर भरवाने की कोशिश व 1 व्यक्ति द्वारा पुलिस से सहायता हेतु सिलेंडर की मांग दर्शाते हुए, भ्रामक तरीके से पोस्ट किए गए वीडियो के खंडन के संबंध में #SPCityAgra द्वारा दी गई बाइट। @Uppolice pic.twitter.com/XSvvbn11kC
— AGRA POLICE (@agrapolice) April 28, 2021
वायरल वीडियो और पत्रकार के इस दावे को यूपी पुलिस ने खारिज कर दिया। आगरा के एसपी ने कहा कि यह वायरल वीडियो उपाध्याय अस्पताल की है। आगरा के एसपी ने पत्रकार के दावों को खारिज करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले शहर में ऑक्सीजन की कमी हो गयी थी। इसके बाद लोगों ने अपने निजी सिलिंडर भी अस्पताल को दे दिये ताकि उनके अपनों का इलाज हो सके।
भईया मेरी मां चली जाएगी… A man cried and begged policemen not to take away the oxygen cylinder he arranged for his mother in critical condition.
The cylinder was reportedly confiscated from private hospital in Agra to supply it for a VIP. (1/2) pic.twitter.com/OHjR5Xvhcj
— Deepak-Lavania (@dklavaniaTOI) April 28, 2021
एसपी ने वीडियो की सच्चाई बताते हुए कहा कि जो व्यक्ति सिलिंडर ले जा रहे थे। वह सिलिंडर खाली था। उन्होंने कहा जो व्यक्ति वीडियो ने पुलिस से निवेदन कर रहा था। वास्तव में वह व्यक्ति कोविड मरीज का एक रिश्तेदार है। वह अपनी माँ के लिये सिलिंडर प्राप्त करना चाहता था। इसी सिलसिले में व्यक्ति पुलिस से मदाद मांग रहा था।
पिछले हफ्ते भी ऐसे ही एक खबर आयी थी। जिसमें सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हुआ। मैसेज के अनुसार गाज़ियाबाद की एक लड़की ने अपने गुल्लक से 5000 रुपये निकालकर पीएम केअर फण्ड में दान किये। लड़की भी कोरोना संक्रमित थी। उसे समय पर ऑक्सीजन न मिलने पर उसकी मौत हो गयी। हालांकि बाद में लड़की के पिता ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए मैसेज को झूठा ठहराया। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी बिल्कुक स्वस्थ है। उसे अस्पताल से डिसचार्ज किया जा चुका है।