उत्तराखंड में कोरोना वायरस के केस लगातार बढ़ रहे हैं, रोजाना मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। वहीं इस बार गावों तक भी ये महामारी फेल गई हैं रुद्रप्रयाग के एक गांव में 30 से 40 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद वहां के जिला/तहसील प्रशासन ने संक्रमण को रोकने के लिए कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक गावों को सील कर कंटेनमेंट जोन बनाए। और अब न कोई गांव में जा रहा है, ना कोई बाहर निकल रहा है।
मामला रुद्रप्रयाग मणिगुह भटवाड़ी गांव का है जहां पूरा गांव को सीज किया गया है, और ऐसे में गांव वाले अपनी रोजाना की चीजों के लिए परेशान हैं। वहीं, इस मामला में ग्राम प्रधान मणिगुह ने एक पत्र के माध्यम से जिला प्रशासन और सरकार से अपील की है की कोविड़ – 19 को रोकने के फैसला का काम स्वागत करते हैं, और इसका पालन भी किया जा रहा है, लेकिन हमारी आवाशक जरूरत का सामान को कौन मुहाया कराएगा?
मणिगुह गांव बहुत बड़ा क्षेत्र में फैला है। यहां पर जिला प्रशासन को गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए। बूढ़े , बच्चे , महिलाएं, युवा वर्ग के साथ भी लोगों के रोजगार का जरिया मवेशियों की जिंदगी भी आम जरूरत के सामानों पर निर्भर है। वहीं उन्होंने आगे लिखा की इसके अलावा, बुजुर्गों को दवाई मुहया करना एक भरी संकट पैदा हो गया है। समय रहते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को जल्द से गांव भेजा जाए, जिस से परेशानियों का सामना कर रहे ग्रामीण राहत की सांस ले सके। इसके साथ ही प्रशासन को तुरंत जरूरत का सामान मौहय्या कराना चाहिए हैं। और यदि इस समस्या का समाधान नहीं किया तो जल्द ही गांव में बड़ा संकट आ जायेगा।
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