कोरोना के इलाज के लिए ऑक्सीजन और वैक्सीन काफी महत्त्वपूर्ण है। लेकिन देश में कुछ लोग इनकी कालाबाजारी कर रहे हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार कालाबाजारी के खिलाफ सख्त हो गयी है। ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत प्रदेश में 21 लोगों को खिलाफ कार्यवाही की गई है। इन लोगों में से एक व्यक्ति ऑक्सीजन की कालाबाजारी कर रहा था जबकि बाकी 20 लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले ये 20 लोग अलग अलग जिले के हैं। इनमें 9 इंदौर से, 8 उज्जैन से, दो जबलपुर से और एक ग्वालियर से है। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जबकि जिस व्यक्ति ने ऑक्सीजन की कालाबाजारी की वह सतना का है।
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राज्य के चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्राइवेट अस्पताल मनमाना शुल्क ले रहे हैं। राज्य के 61 अस्पतालों पर शिकायत के तहत कार्यवाही की गई है। इनसे 7 लाख 34 हजार रुपये भी वसूला गया है। और वो पैसे मरीजों के परिजनों को वापस दिलवाये गये हैं। 33 अस्पतालों को नोटिस भेज दिया गया है क्योंकि वो जरूरत से अधिक फीस ले रहे थे। जबकि दो अस्पतालों के लाइसेंस ससपेंड कर दिया है। वहीं 22 अस्पतालों के खिलाफ FIR भी दर्ज हुई है।