बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुई जिसमें एक शक्श के हाथ पैर में कील गड़ी हुई थी। शक्श ने बरेली पुलिस पर आरोप लगाया कि मस्क ना पहनने पर बरेली पुलिस ने उसे यह सजा दी। वीडियो वायरल होने के बाद बिना तथ्यों की जांच कर लोगों ने यूपी पुलिस की निंदा करनी शुरू कर दी। जबकि बरेली पुलिस ने बताया था कि उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया।
वीडियो की सच्चाई अब सामने आ चुकी है। आरोप लगाने वाले शक्श रंजीत ने स्वीकार किया कि उसने खुद ही अपने हाथ और पैर पर कीलें ठोकी थी। युवक ने गिरफ्तारी से बचने के लिए ऐसा किया। बरेली पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल पर युवक के कबूलनामें की वीडियो शेयर की है। पुलिस को बदनाम करने और जूठा आरोप लगाने के जुर्म में युवक के खिलाफ कार्यवाही की तैयारी हो चुकी है।
थाना बारादरी पर युवक के द्वारा लगाए गए आरोपों पर साक्ष्य एकत्रित करने पर जब युवक से सामना कराया गया तो, उसके द्वारा सारी घटना को बताया गया कि कैसे पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने अपने हाथ और पैर में कील गाड़ी। युवक के ऊपर विधिक कार्रवाई की जा रही है। pic.twitter.com/VwdMpS5UAb
— Bareilly Police (@bareillypolice) May 26, 2021
बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान ने कहा कि आरोपी युवक का नाम रंजीत है और वह जोगीनवादा का रहने वाला है। बुधवार रात अपनी मां शीला के साथ रंजीत उनके ऑफिस पहुंचा। उसने कहा कि जोगीनवादा चौकी पुलिस ने 24 मई की रात मस्क ना पहनने पर उसके हाथ पैर पर कीलें थोक डाली। एएसपी ने मामले की जांच शुरू करवाई। जांच में पता चला कि रंजीत एक पुलिसकर्मी को मारकर भागा था। उसके खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज है। गिरफ्तार होने के डर से उसने खुद ही अपने हाथ पैर पर कीलें ठोकी।
पुलिसकर्मी के साथ मारपीट करने के बाद रंजीत मेसर के जरी कारखाने में गया। वहां रंजीत ने खुद अपने हाथ पैर पर कीले थोक डाली। आसपास उपस्थित लोगों ने रंजीत को ऐसा करते हुए देख लिया और उन्होंने उसकी फोटो खींच ली। फिर लोगों ने वह फोटो पुलिस को दिखाई। पुलिस ने पूछताछ के दौरान जब रंजीत को वह फोटो दिखाई तो उसने सबकुछ कबूल कर लिया। इस दौरान एएसपी ने उससे पूछा कि क्या अपने हाथ पैर पर कीलें ठोकते हुए उसे दर्द नहीं हुआ? तो उसने जवाब दिया कि फिर कील मंगवाओं अभी थोक कर दिखाता हूं।