- जम्मू कश्मीर के कठुआ में भीड़ ने किया कपड़े की फैक्ट्री पर हमला
- हमला का कारण फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मजदूरों को कम वेतन देने फैसला
- मजदूरों ने गुस्से में पुलिस पर भी किया पथराव
देशभर में मजदूरों के पलायन के बीच जम्मू कश्मीर के कठुआ में भीड़ ने कपड़ा बनाने वाली फैक्ट्री पर हमला कर दिया, आपको बता दे ये फैक्ट्री 24 मार्च से ही बन्द है जब से देशभर में लॉकडाउन लागू हुआ है, बताया जा रहा है कि हमला करने वाले लोग भी इसी फैक्ट्री के कर्मचारी है जो अपना वेतन लेने के लिए वहां इकठ्ठा हुए थे लेकिन इन कर्मचारियों ने फैक्ट्री पर हमला इसलिए किया क्योंकि फैक्ट्री प्रबंधन ने यह घोषणा करवाई थी कि किसी भी मजदूर को उसकी पूरी तनख्वाह नहीं दी जाएगी, इससे भीड़ के सभी लोग इतना गुस्सा हो गए कि वो फैक्ट्री का गेट तोड़कर अंदर घुस गए जिसके चलते फैक्ट्री में मौजूद लोगों को जान बचाने के लिए फैक्ट्री के कमरों में छुपना पड़ा, इस बीच कुछ कर्मचारी फैक्ट्री को आग लगाने की बात भी कहते सुने गए।
जब हालात बहुत ज्यादा बिगड़ने लगे तब वहां भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी लेकिन नाराज मजदूरों ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया जिसके चलते हालात इस कदर बिगड़ गए कि पुलिस वालों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। मजदूरों को वहां से भगाने के बाद पुलिस ने फैक्ट्री को भी घेर लिया और फैक्ट्री के आस पास लोगों के इकट्ठा होने पर भी रोक लगा दी गयी, अंत में मजदूरों को समझाने के लिए खुद कठुआ के SSP शैलेन्द्र मिश्रा को मजदूरों को समंझाने के लिए आना पड़ा जिसमें उन्होंने मजदूरों से कहा कि फैक्ट्री पर हमला करने से कोई हल नहीं निकलने वाला, SSP मौके पर खुद इसलिए पहुंचे क्योंकि उन्हें डर था कि मजदूर कहीं फिर से फैक्ट्री पर हमला न कर दें।