राजस्थान के एक गांव में दो महिलाएं बकरी चराने गई हुई थी। इस दौरान 3 तेंदुओं ने मिलकर दोनों महिलाओं पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। ग्रामीणों ने वन विभाग पर आरोप लगाया कि उनकी अनदेखी के कारण दोनों महिलाओं की जान गई। मृतक महिलाओं के परिजनों के लिए ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग की है।
राजस्थान के सवाई माधौपुर के सिरोही गांव की यह घटना है। 60 वर्षीय शांति देवी और 45 वर्षीय रंजीता देवी बकरियां चराने गई हुई थी। तभी अचानक 3 तेंदुओं ने दोनों महिलाओं पर हमला कर डाला। दोनों महिलाओं की चीख पुकार कुछ दूरी पर बकरी चरा रहे गांव के एक शक्श ने सुन ली। वह दौड़ता दौड़ता गांव वालों को बुलाने गया। जैसे ही तेंदुओं ने गांव वालों को अपनी ओर आते देखा, वे वहां से भाग निकले। हालांकि तब तक दोनों महिलाओं की मौत हो चुकी थी।
इसके बाद वन विभाग के खिलाफ गांव वाले आक्रोशित हो गए। गांव वालो ने मृतक महिलाओं के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर जाम लगा दिया। बाद में पुलिस अधिकारियों ने वहां पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया।
वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मृतक महिलाओं के परिजनों को मुआवजा देने को लेकर सरकार को पत्र लिखा जाएगा। ग्रामीणों ने वन विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि लगाया कि गांव में तेंदुओं का कुनबा बढ़ रहा है। इसके बावजूद किसी ने ग्रामीणों की बातों पर ध्यान नहीं दिया।
READ ALSO: 15 साल की लड़की ने बना लिए छोटे भाई के साथ संबंध, लड़की हुई गर्भवती और फिर….