आपको बता दें कि सीआईएसफ में तरह-तरह की भर्तियां निकली है, जैसे कि सब इंस्पेक्टर, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल, और कांस्टेबल के पदों पर 800 पूर्व सैनिकों की भर्ती होनी है। सीआईएसएफ की तरफ से जल्द ही इन भर्तियों के लिए नोटिफिकेशन जारी करने की तैयारी चल रही है। आपको बता दें कि भारतीय सेना से रिटायर हो चुके जवानों के लिए अर्धसैनिक बलों में रोजगार के बेहतर अवसर खोले जा रहे हैं। गृह मंत्रालय की इस विशेष योजना की शुरुआत सीआईएसफ से की जा रही है। योजना के तहत, सीआईएसएफ उप-निरीक्षक, सहायक उप-निरीक्षक, हेड कॉन्सटेबल और कांस्टेबल पदों के लिए पूर्व सैनिकों की भर्ती कर रही है। इस योजना के पहले चरण में करीब 1200 पूर्व सैनिकों की भर्ती की जा रही है और साल के अंत में दूसरे चरण में करीब 800 पदों पर पूर्व सैनिकों की भर्ती की जाएगी।
इन भर्तियों का लाभ केवल उन्हें मिलेगा जो सेना से रिटायर्ड हो चुके हैं। और जो अभी सेना में कार्यरत है और जल्द ही रिटायर होने वाले हैं उन्हें इन भर्ती का लाभ नहीं मिल पाएगा। पहले चरण में चयनित होने वाले पूर्व सैनिकों को देश के अलग-अलग शहरों में स्थित पावर यूनिट्स पर भेजा जाएगा। तैनाती के 6 महीने तक पूर्व सैनिकों के कार्य की समीक्षा की जाएगी। यदि समीक्षा के दौरान इन पूर्व सैनिकों का कार्य संतोषजनक पाया जाता है तो अगले चरण की भर्ती शुरू कर दी जाएगी।
गृह मंत्रालय की यह महत्व योजना के तहत, सीआईएसएफ की पूरी सुरक्षा व्यवस्था को कोर और नॉन कोर एरिया में बांटा जाएगा। योजना के तहत, कोर एरिया में सीआईएसएफ के विशेष रूप से प्रशिक्षित जवानों और अधिकारियों को तैनात किया जाएगा। और नॉन कोर एरिया में भर्ती किए गए पूर्व सैनिकों की तैनाती की जाएगी। शुरूआत मे सीआईएसएफ के प्रशिक्षित जवानों के साथ पूर्व सैनिकों को तैनात किया जाएगा, जिससे उनको कार्य की संवेदनशीलता और व्यवहार के बारे में अवगत कराया जा सके। समय के साथ, नॉन कोर एरिया भी पूर्व सैनिकों को सौंपी जाएगी।
योजना के तहत शुरुआत में सीआईएसफ में भर्ती होने वाले पूर्व सैनिकों के साथ 2 साल का कॉन्ट्रैक्ट किया जाएगा। 2 साल के अंतर्गत उनके काम की समीक्षा की जाएगी। यदि समीक्षा में सब कुछ ठीक पाया जाता है तो उनके कॉन्ट्रैक्ट को रिन्यू कर दिया जाएगा। साथ ही पूर्व सैनिकों को ड्यूटी वाले इलाके में बैरक की सुविधा भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। सीआईएसफ में नौकरी के दौरान पूर्व सैनिक, सेना से रिटायर होने के बाद मिलने वाले सभी लाभों को हासिल करने के हकदार होंगे।
यदि गृह मंत्रालय की यह योजना सफल होती है तो सीआईएसफ में पूर्व सैनिकों के लिए बड़े अवसर उपलब्ध होंगे। आपको बता दें कि गृह मंत्रालय सीआईएसएफ की सुरक्षा को कोर और नॉन-कोर में बांटने का विचार कर रहा था। इस योजना का सबसे ज्यादा लाभ पूर्व सैनिकों को मिलने जा रहा है। सीआईएसफ, फिलहाल, एयरपोर्ट और अतिसंवेदनशील यूनिट्स को छोड़कर बाकी सभी यूनिट्स में पूर्व सैनिकों की तैनाती की तैयारी में जुटा हुआ है।
READ ALSO: सैनिक पति की मौत के बाद पत्नी ने की खुदकुशी, फांसी लगाकर खत्म किया जीवन….