आपको बता दें कि रणजीत सागर डैम में सेना का ध्रुव हेलिकाप्टर क्रैश होने के वज़ह से जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल अभीत सिंह बाठ का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके स्थानीय निवास पर पहुंचा। उनका अंतिम संस्कार गुरुद्वारा शहीदा साहिब के नजदीक श्मशान घाट में किया गया। कर्नल बाठ का बेटा अहरान उनकी टोपी हाथ में पकड़ कर रोता रहा तो वही दूसरी ओर उनकी पत्नी सुखप्रीत कौर का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। और बूढ़ी मां भी उनके शव से लिपट लिपट कर रो रही थी। उनके पार्थिव शरीर को 13 वर्षीय बेटे अहरान ने मुखाग्नि दी। सेना के जवानों द्वारा उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। अंतिम यात्रा में आर्मी की 20 के करीब गाडि़यों का काफिला साथ चलता रहा।
शहीद के पड़ोसी रिटायर्ड कैप्टन कुलदीप सिंह ने कहा कि बाठ बहादुर जवान थे। उनकी बहादुरी के चलते उन्हें कई मेडलों से नवाजा गया था। उन्होंने बेस्ट पायलट का खिताब भी जीता था। शहीद के अंतिम संस्कार में सांसद गुरजीत ¨सह औजला, कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश सोनी की तरफ से उनके भतीजे पार्षद विकास सोनी, डीसी गुरप्रीत ¨सह खैहरा की तरफ से एसडीएम-टू राजेश शर्मा पहुंचे थे। औजला ने कहा कि सरकार की तरफ से बाठ के परिजनों की जो भी मदद होगी, वह की जाएगी।