उत्तरखंड के जिला पिथौरागढ़ के लोग एक बार फिर से दर्द मे करह रहे है। धारचूला मे पिछले दिनों बदल के फ़टने से कई लोगो की जाने गई व लगातार बारिश होने से सड़के भी बंद हो गई। यह खबर मुनस्यारी के सैणराथी गांव से आई है जहां भारी बारिश होने से गांव के उप्परी हिस्से से ज़मीन टूट गई। गाँव के एक हिस्से मे ज़मीन पर बड़ी बड़ी दरारे पड़ गई जिसकी चौड़ाई कई जगह 15 सेंटिमेटर से अधिक की है। जमीन मे दरार पड़ने से गिरगांव और भंडारीगांव कई मकान टुकड़ो मे तब्दील हो रहे है। इन तस्वीरो को देखकर आप खुद ही अंदाजा लगा सकते है की इन घरों मे रहना कितना खतरनाक हो सकता है। गिरगांव और भंडारीगांव थल-मुनस्यारी मोटर मार्ग में स्थित है जहां पिछले कुछ दिनों से ज़मीन मे दरारे पड़ रही है। जाकुला नदी से लेकर गांव तक जमीन धंसने से मकान धीरे धीरे टूट रहे है।
गाँव के प्रशासन ने गुरुवार को राजस्व विभाग ने कैलाश सिंह के परिवार को सुरक्षित जगह पर भेजा। कैलाश सिंह का मकान भी खतरे मे है। और इसी तरह गांव के अन्य लोगो को भी सुरक्षित जगह भेज दिया गया। लेकिन अपने आशियाने को टूटता देख लोग बहुत ही ज्यादा परेशान है। इसी गांव के ठीक सामने स्थित सैणराथी के खेता तोक में भी घर टूट रहे है यहाँ जमीन में 20 से 50 मीटर लंबी और 15 सेमी चौड़ी दरारें पड़ गई। खेता गांव में फथर्रीली के बहाव होने से आधा दर्जन मकान खतरे मे आ गये।
गांव के लोग इतने ज्यादा डर गये है की अब प्रशासन की तरफ से मदद मिलने का इंतज़ार कर रहे है। ग्रामीणों ने बताया कि घरों और खेतो की ज़मीनो मे दरारे बढ़ती जा रही है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल जमीन की सुरक्षा के इंतजाम और अधिक मुआवजे की मांग की। एसडीएम मुनस्यारी अभय प्रताप सिंह कहा की जल्द ही क्षेत्र को भूगर्भीय सर्वेक्षण किया जाएगा और टीम को भेजकर जो मकान खतरे मे आये है उनमे रहने वाले परिवारों को सुरक्षित जगह पर भेजा जाएगा।
READ ALSO: उत्तराखण्ड जाने वालों के लिए अच्छी खबर, तोताघाटी में वाहनों की आवाजाही शुरू, पड़े नियम..