उन्नाव:- उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में वाहन चैकिंग करने वाले दरोगा ने व्यवसायी को झूठे केस में फँसाकर जेल मे डाल दिया। दरोगा ने पीड़ित व्यापारी से 50 हज़ार की मांग कर 20 हज़ार रूपए लेकर छोड़ दिया। व्यापारी ने इसकी शिकायत पुलिस से की और दरोगा को गिरफ्तार कर लिया। जबरदस्ती से ले गया थाने: जाँच के बाद पता चला की व्यापारी सोहरामऊ थाना क्षेत्र के सरावा गांव का रहने वाला कि और उसका नाम सोनू सोनी है। सोनू ने पुलिस को बयान दिया की वह शनिवार शाम 7 बजे अपनी दुकान को बंद करके घर लौट रहा था। तभी असोहा थाना क्षेत्र के रानीपुर चौराहे के पास असोहा थाना में तैनात दरोगा सर्वेश राणा वाहन चेकिंग कर रहे थे। सोनू सोनी के पास सोने चांदी के जेवर थे। दरोगा वाहन चेक करते हुए उसके पास आया जब उसने वहन चेक किया तो बिना कुछ पूछे उसपर चोरी का इलज़ाम लगा दिया। उसके बाद उसको असोहा थाना ले गया ओर वहाँ जाकर धमकी देने लगा कि 50 हज़ार रूपए देदो नही तो मुकदमा दर्ज कर झूठे केस मे जेल मे डाल दूँगा।
सोनू ने दोस्त से पैसे मंगवाकर दिए पीड़ित ने रात 12 बजे अपने दोस्त को फोन कर 20 हज़ार रुपय मांगे और दरोगा को दें दिए फिर दरोगा ने पैसे लेने के बाद व्यापारी को छोड़ दिया। लकिन रविवार की सुबह उसको फोन करके 30 हज़ार की मांग जब और ना देने पर गंभीर धाराएं लगाकर जेल भेजने की धमकी दी। रात 1बजे सोनू ने पुरवा विधायक अनिल सिंह को फोन कर सारी घटना के बारे मे बताया। वहीं विधायक अनिल सिंह सोनू को असोहा थाना लेकर गए।
थाने मे लगे कैमरे से पता चला सच्च विधायक 2 घंटे तक थाने मे रहे और उन्होंने एसपी अविनाश चंद्र पांडे को दरोगा के कारनामो के बारे मे बताया। दरोगा पर आरोप लगने के बाद एसपी ने CO पुरवा को थाने मे भेजकर पूरे मामले की छानबीन करने को कहा। पुलिस सूत्रों की माने तो दरोगा सर्वेश राणा व्यापार्री सोनू को लेकर आते हुए सीसीटीवी कैमरे मे नज़र आ गए।
दरोगा को भेजा जेल सीओ की जांच के बाद पुलिस को एसपी उन्नाव ने आरोपी दरोगा सर्वेश राणा को गिरफ्तार करने के लिए बोला। पीड़ित के ब्यान के बाद दरोगा को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गंभीर धारओं में मुकदमा दर्ज कर रविवार देर शाम जिला न्यायालय एडीजी कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट के आदेश के बाद दरोगा को जेल भेज दिया गया।
एसएसपी शशि शेखर सिंह ने मीडिया को बताया एएसपी शशि शेखर सिंह शव कहा की कल असोहा थाना के दरोगा सर्वेश राणा वाहन चैकिंग करते हुए सफा व्यवसाई सोनू से अवैध वसूली की शिकायत थी। सीओ पूर्वा ने मामले कि जांच के बाद बताया कि यह सब सही है। दरोगा को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।
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