शुक्रवार को राजस्थान के बाड़मेर जिले से एक पिता द्वारा अपनी चार बेटियों की हत्या का मामला सामने आया। जिसके बाद पिता ने खुद भी आत्महत्या करने की कोशिश की। इसके बाद से पुलिस जांच में जुटी थी कि आखिर शक्श ने ऐसा क्यों किया। लेकिन अब मामले का खुलासा हो गया है। घटना जिले के शिव थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। यहां पोशाल नवपुरा गांव में रहने वाले 32 वर्षीय पुरखाराम की पत्नी की 3 महीने पहले कोरोना से मौत हो गई थी। पुरखाराम की 10 साल पहले शादी हुई थी और 4 बेटियां भी थी।
पत्नी की मौत के बाद पुरखाराम अपनी साली से शादी करना चाहता था। जिसके लिए उसने ससुराल वालों से इस बारे में बात भी की। हालांकि ससुराल वालों ने कहा कि साली कि शादी कहीं और तय हो गई है। लेकिन पुरखाराम को लगा कि 4 बेटियां होने के कारण उसकी दूसरी शादी नहीं हो सकती इसलिए उसने अपनी चारों बेटियों को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि जेल जाने के डर से पुरखाराम ने खुद भी आत्महत्या करने की कोशिश की।
पुलिस ने बताया कि पत्नी की मौत के बाद पुरखाराम की चारों बेटियां ननिहाल में ही रह रही थी। लेकिन दो दिन पहले वह फिर ससुराल गया और वहां जाकर साली से शादी कराने की मांग दुबारा करने लगा। पुरखाराम को ससुराल वालों ने काफी समझाया कि साली की शादी किसी और से तय हो चुकी है। गुस्से में वह अपनी चारो बेटियों को शुक्रवार सुबह वापस अपने घर ले आया। घर आते ही उसने सबसे पहले अपनी 3 बड़ी बेटियों को पानी में कीटनाशक मिलाकर पिलाया। और उनके शव को टांके में फेंक दिया।
जेल जाने के डर से पुरखाराम ने खुद भी कीटनाशक लिया और छोटी बेटी को भी पिलाया। इसके बाद वह छोटी बेटी समेत टांके में कूद गया। पानी कम होने के कारण पुरखाराम तो बच गया लेकिन उसकी छोटी बेटी की भी मौत हो गई। बच्चों के मामा देवाराम की शिकायत के आधार पर पुलिस ने पुरखाराम के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि पत्नी की मौत के बाद पूरे गांव वालों ने 2 लाख रुपए जमा कर पुरखाराम को दिए। ताकि वह अपने बच्चों का भरण पोषण कर सके।
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