आपको बता दें कि भारतीय सेना का एक दल स्वर्णिम विजय वर्ष के उपलक्ष में गंगोत्री हिमालय की सबसे ऊँची चोटी सतोपंथ (7075m) के आरोपण के लिए गया था। इस अभियान के दौरान 25 सितंबर को उन्हें एक शव के अवशेष मिले। जिससे सेना द्वार इखट्टा कर गंगोत्री पुलिस को सौंप दिया गया। गंगोत्री पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और DNA सैंपल भी लिए गए।
सेना द्वारा बरामद किया गया शव के वर्ष 2005 में सतोपंथ आरोपण के दौरान लापता हुए नायक अनीश त्यागी निवासी ग़ाज़ियाबाद उत्तर प्रदेश होने की आशंका जतायी गई। अनीश त्यागी सेना के आरोपण दल का सदस्य था और 2005 में आरोपण के दौरान एवलांच में दबने से लापता हो गया था।
सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में लापता जवान के शव को सैन्य सम्मान के साथ विदा किया गया। लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षदीप गहलोत ने बताया कि 2005 की घटना के आधार पर व जिस स्थान पर शव मिला उसकी परिस्थितियों के मिलने के आधार पर शव की पहचान की गई। जिस स्थान पर घटना घटी थी उसी स्थान से यह शव बरामद हुआ है। वहीं 2005 के दल के सदस्यों से इस बारे में बातचीत की गई। परिजनों द्वारा भी शव को स्वीकार कर लिया गया है लेकिन अभी तक DNA टेस्ट की रिपोर्ट आना बाक़ी है। पार्थिक शरीर को सैन्य सम्मान के साथ उनके गाँव भेज दिया गया।
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