काशीपुर:- कोरोना काल मे लोगो के नौकरी चली गई तो कोई नौकरी न मिलने से परेशान है। कॉलेज की फीस जमा न होने पर लड़की ने की आत्महत्या। निशा पुत्री स्वर्गीय सतपाल सिंह काशीपुर के प्रभु बिहार की रहने वाली है। निशा देहरादून के एक कॉलेज में बी टेक फर्स्ट ईयर की पढाई कर रही थी। कोरोना की वजह से वह अपने घर मे ही रहकर ऑनलाइन क्लास ले रही थी। उसके घर मे उसके साथ उसकी माँ रहती है। निशा की बड़ी बहन की शादी हो गई है वह भी अपने ससुराल वालो के साथ प्रभु बिहार में रहती है। निशा के जीजे कपिल सक्सेना ने बताया कि घर मे कोई झगड़ा क्लेश नही था। निशा खुले विचारों और आज के ज़माने की लड़की थी।
कटोराताल पुलिस चौंकी के इंचार्ज नवीन बुधानी ने पूछताछ करने के बाद बताया कि लॉकडाउन में घर के हालात खराब होने की वजह से कॉलेज की फीस देने में दिक्कत हो रही थी। वही दूसरी ओर कॉलेज वाले फीस के लिए परेशान कर रहे थे। बीती रात माँ और निशा के बीच कॉलेज की फीस को लेकर काफी बातचीत हुई जिसके बाद उसने अपनी जान ले ली।
निशा की माँ ने बताया कि रोज़ की तरह निशा रात भी अपने कमरे में सोने चली गई। आज सुबह 9.30बजे जब वह उसको उठाने के लिए गई तो निशा ने दरवाजा नही खोला। काफी खटखटाने के बाद उसने दरवाज़ा को धक्का मारा तो दरवाज़े की चिटकनी खुल गई। कमरे में निशा पंखे से लटकी हुई थी। उससे देख कर माँ सुरेंद्र कौर सदमे में चली गई और कुछ दूर पर रहने वाले अपने दामाद कपिल सक्सेना को फोन किया।
सुरेंदर की चीख सुनकर आस पास के लोग भी आ गए और निशा के शव को पंखे से नीचे उतारा। और पुलिस को इस घटना की सूचना दी। पुलिस की पूछताछ के बाद माँ ने बताया कि निशा ऊपरी मंजिल पर कम जाती थी। ज्यादा समय वह नीचे मेरे साथ रहती थी। निशा की माँ पति के मौत के बाद से रोडवेज के पास ढाबा ने काम करके अपना घर चलाती है। युविका की मौत के बाद पड़ोसी भी दुख में शामिल हुए।
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