उत्तरप्रदेश: बेटों ने मिलकर की थी बीएसएफ हेड कांस्‍टेबल पिता की हत्‍या, वजह जान रह जाओगे हैरान….

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Sons killed BSF head constable father in Bulandshahar reason will surprise you

बुलन्दशहर:- बुलंदशहर के बीएसएफ में भर्ती सब इंस्पेक्टर रामपाल सिंह की 29 मार्च को हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि रामपाल शराब में धुत होकर रंग खेलकर घर वापिस आए तो उनके बेटे हिमांशु से किसी बात को लेकर बहस हो गई। इसके बाद यह भी पता चला कि पिता रामपाल के उनके बड़े बेटे के साथ नाजायज़ सम्बन्ध थे। जिस बात की खबर हिमांशु को लग गई। और फिर उसने रामपाल के साथ लड़ाई की। उस लड़ाई में हिमांशु ने अपने पिता के सिर पर डंडा मार दिया। जिसके बाद दरोगा रामपाल की मौत हो गई।

हत्या करने के बाद हिमांशु ने उसके गांव में रहने वाला प्रशांत पुत्र जनम सिंह की मदद ली। उसने रामपाल के शव को बाइक पर रखा और ट्यूबल पर ले जाकर कुएं में फेंक दिया। रास्ते मे जब गांव के लोगो ने रामपाल को बेहोशी की हालत में देखा तो वह सवाल जवाब करने लगे। उनके सवालों के जवाब देने के लिए हिमांशु ने तबियत खराब होने और डॉक्टर के पास लेकर जाने का बहाना बना दिया।

पिता को कुएं में फेकने के बाद हिमांशु अपने बड़े भाई के साथ अगौता थाने गया और पिता के लापता होने की शिकायत लिखी। उसने पुलिस को बताया कि उसने रामपाल को बाबूगढ़ छावनी बस में बैठाकर ड्यूटी भेजने की बात कही। हालांकि पुलिस ने इस मामले में कोई दिलचस्पी नही दिखाई। रामपाल की हत्या के बाद बाबत के रहने वाले लोग जानते थे कि कई किसान लापता दरोगा की बरामदगी को एसएसपी कार्यालय गए थे।

बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर रामपाल ने अपने छोटे भाई वेदप्रकाश को उसकी बेटी की शादी में ढाई लाख रुपय दिए। वेदप्रकाश अपनी ज़मीन और घर बेचकर बुलंदशहर में रहता है। पिता की मौत के बाद जब दोनो बेटो के हाथ एक डायरी लगी जिसमे वेदप्रकाश को ढाई लाख रुपय देने की बात लिखी थी। इस बात का फायदा उठाकर हिमांशु और उसके बड़े भाई ने अपने चाचा पर रुपयों का तकादा किया। फिर वेदप्रकाश ने पुलिस की अपने भाई रामपाल को ढूंढने के लिए कहा।

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