यूपीएससी के एग्जाम सबसे मुश्किल एग्जाम होता है। दुनिया मे बहुत कम लोग है जो इस परीक्षा को पहली बार मे ही पास कर लेते है। उनमें से गौरव बुडानिया है जो राजस्थान कर रहने वाले है। गौरव यूपीएससी के एग्जाम में 13 रैंक पर आए। इसके बाद इंटरव्यू में उन्हें 173 अंक मिले।
जैसे कि आप जानते ही होंगे कि यूपीएससी एग्जाम में सबसे जरूरी होता है इंटरव्यू। अभ्यर्थी प्रिलिम्स और मेंस क्लियर करने के बाद यहां तक पहुँच पाते है। फाइनल इंटरव्यू में कोई गलती न हो इसलिए अभ्यर्थी यूपीएससी का मॉक इंटरव्यू देता है। इससे उनके इंटरव्यू की तैयारी ओर अच्छे से हो जाती है। राजस्थान के गौरव ने भी इंटरव्यू में काफी अच्छा परफॉर्मेंस किया। उनसे कई ऐसे सवाल पूछे गए जो देश से जुड़े हुए है।
पहला सवाल गौरव से पूछा गया कि आज के जमाने मे अंग्रेजी आना जरूरी है? तो गौरव ने जवाब दिया कि अंग्रेजी एक ग्लोबल लैंग्वेज है। अंग्रेजी एक जरुरी भाषा बन चुकी है। अब ज्यादातर नौकरियों में अंग्रेजी मांगते है। फिर गौरव से पूछा गया कि लेकिन जर्मन और चाइनीज अंग्रेजी भाषा नही सिखाते। ऐसा क्यों है? भारत देश मे अंग्रेजी को इतनी अहमियत दी जाती है। ALSO READ THIS:झाड़ू लगाने के पीछे पड़ोस की महिलाओं की ऐसी लड़ाई आपने आजतक नहीं देखी होगी,देखिए वीडियो..
गौरव ने बताया कि इसके दो और तीन वजह है। पहली हमारे देश मे ब्रिटिश ने राज किया था। उन्होंने 1813 के एक्ट के बाद अंग्रेजी को अहमियत देना शुरू कर दिया। उसके बाद भारत देश मे अंग्रेजी चलन बन गया। और दूसरा, यूएस की हेजीमनी थी। जिसमे उसकी कल्चर हेजीमनी का पार्ट था कि अंग्रेजी भाषा को बढ़ावा दिया जाए। उसके बाद से बाहर से जो MNC आई और नौकरी निकली उनमे अंग्रेजी भाषा मांगते है।