देहरादून:- उत्तराखंड के कई बेटे देश के लिए शहीद हुए है। अपने परिवार और जान की परवाह किये बिना देश के लिए कुर्बान हुए है। लेकिन फिर भी शहीदो की माँ और पत्नियों ने उनका पूरा साथ दिया और उनके साथ खड़ी रही। और उनमे से कुछ ऐसी पत्नियां है जो अपने पति के नक्शे कदम पर चली और सेना की वर्दी पहन कर देश की रक्षा कर रही है। उनके इस साहस को देश सलाम कर रहा है।
वर्ष 2018 में हुए जम्मू कश्मीर के कुलगाम क्षेत्र में आंतकी हमले में घायल हुए शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल अब सेना में अफसर बन गई है। आज शनिवार को चेन्नई में ट्रेनिंग के बाद ज्योति की पीओपी थी। जिसमे शहीद की पत्नी के कंधे पर सितारे सजाए गए। उनके बच्चो के अलावा पूरा परिवार भी वहां मौजूद था। उनके दोनों बच्चे माँ को अफसर बना देख काफी खुश हुए। इस दौरान ज्योति के दोनों बच्चे भी सेना की वर्दी में नज़र आए।
बताया जा रहा है कि शहीद हुए नैनवाल का परिवार देहरादून का हर्रावाला का रहने वाला है। उनके दो बच्चे भी है। एक लड़का और एक लड़की। चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से वह पास आउट हुई और सेना में शामिल हुई।वर्ष 2018 में जम्मू कश्मीर में हुए आंतकी मुठभेड़ में सेना के जवान नायक दीपक को तीन गोलियां लगी थी। फिर भी उन्होंने अपनी हिम्मत बनाई रखी और अपने परिजनों से कहा कि आप सब चिंता मत करो, मैं जल्दी ठीक हो जाऊंगा।
नायक दीपक एक महीने तक ज़िन्दगी और मौत के बीच झूझते रहे फिर 20 मई 2018 को वह देश के लिए शहीद हो गए। इस दौरान उनकी पत्नी ने पति के शहीद होने पर आंसू नही बहाए बल्कि पति की राह चुनी और सेना में जाने का फैसला लिया। सूचना के मुताबिक शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी के अफसर बनने पर उनका बेटा रेयांश काफी खुश है। वह भी बड़े होकर सेना में जाना चाहता है।