उत्तराखंड के कई युवाओं का भारतीय सेना में जाने का सपना होता है,जिसके लिए वे लोग दिन रात मेहनत करते है। हाल ही में अल्मोड़ा के प्रदीप मेहरा की वीडियो भी पूरे देश भर में वायरल हुई थी।साथ ही उत्तराखंड के युवा भी हमारे देश की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ते है।अब इसी से जुड़ी एक खबर सामने आ रही है,यहां बीते शुक्रवार को पिथौरागढ़ के मनोज भट्ट भारतीय नौसेना में सब लेफ्टिनेंट बने है।
खबर पिथौरागढ़ जिले के कार्की गाँव कुमडार हाल के कुशौली गाँव के रहने वाले मनोज भट्ट का बचपन भी संघर्षों से भरा था।उनके पिता भी भारतीय सेना में हवालदार पद पर सेवारत थे।लेकिन जब मनोज भट्ट आठ वर्ष के थे तो उनके पिता की सेवाकाल के दौरान ही आकस्मिक मृत्यु हो गई।मनोज तीन भाई बहन थे।
उनकी मां ने अपने तीनों बच्चो का भरण-पोषण गाय का दूध बेचकर किया।मनोज ने पढ़ाई के साथ साथ घर में ट्यूशन पढ़ाया और सेना में शामिल होने का सपना देखा।2007 में मनोज भट्ट का चयन बीएससी प्रथम वर्ष के दौरान ही हो गया।जिसके बाद अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने 2020 में मास्टर चीफ (भारतीय सेना के सुबेदार) का पद हासिल किया और वे विशेष ट्रेनिंग के बाद गोताखोर दस्ते के मेंबर भी बने।मनोज की स्पोर्ट्स में भी रुचि है।
जिसकी वजह से वह हर वर्ष नौसेना की ओर से आयोजित की जाने वाली मैराथन दौड़ में भाग लेते रहते है।अब उसी मेहनत और लगन के बाद हाल ही में शुक्रवार 1 अप्रैल को उनकी नौसेना में सब लेफ्टिनेंट के पद में पदोन्नति हुई है।उनके इलावा उनकी पत्नी भी एनसीसी की सी सर्टिफिकेट होल्डर कैडेट रह चुकी है।उनके इस पदोन्नति से बहुत से युवाओं को प्रेरणा मिलती है और यह पूरे प्रदेश के लिए गौरविंत खबर है।