
3 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर के अंदर जबरन घुसने के लिए पीएसी पुलिस पर अहमद मुर्तजा अब्बासी नाम के व्यक्ति ने धारधार हथियार से हमला किया जिसमें दो पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए जिसके बाद व्यक्ति को पकड़ लिया गया।अब हमला करने वाले व्यक्ति की पुलिस कस्टडी रिमांड और 5 दिन आगे बढ़ा दी है। यानि अब यह कस्टडी 16 अप्रैल की दोपहर 12 बजे तक हो चुकी है।
आज यानि 11 अप्रैल को अहमद मुर्तजा अब्बासी को गोरखपुर के एसीजेएम कोर्ट में पेश किया गया और एटीएस द्वारा उसकी रिमांड और 5 दिन बढ़ाने के लिए कोर्ट में अर्जी दी गई,जिसके बाद अदालत ने उसे स्वीकार कर लिया।वहीं यूपी एटीएस द्वारा लैपटॉप,एयरगन और दूसरी चीजें सबूत के तौर पर पेश कीं।
यूपी ATS पेशी के लिए उसे लखनऊ से कड़ी सुरक्षा के बीच गोरखपुर लाई।यह सुनवाई 45 मिनट तक हुई जिसके बाद यूपी एटीएस की टीम उसे लेकर चली गई।पेशी में मुर्तजा की तरफ से कोई वकील ने पेशी नहीं दी।
वहीं इस मामले में गोरखपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुमार पांडे का कहना है कि “न्याय पाना हर व्यक्ति का अधिकार है. अहमद मुर्तजा अब्बासी द्वारा किसी भी वकील से संपर्क नहीं किया गया, इसी वजह से किसी वकील ने उसकी तरफ से पेशी नहीं दी।बार एसोसिएशन ने कोई बायकॉट नहीं किया।”
2015 में मुर्तजा ने आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की।जिसके बाद उसने दो बड़ी कंपनियों (रिलायंस इंडस्ट्रीज, Essar पेट्रोकेमिकल्स) में नौकरी की।साथ ही वह ऐप डेवलपर भी था और एप से लोगों से भी बात करता था।इस बारे में अन्य जानकारी पता लगाई जा रही हैं।
वहीं घरवालों की बात करे तो अब्बासी के पिता मोहम्मद मुनीर कई फाइनेंस कंपनियों में लीगल एडवाइजर रह चुके है।अब्बासी की एक शादी टूट चुकी थी और दूसरी शादी के बाद भी लड़की उसे छोड़ कर जा चुकी थी।वह सिविल लाइन क्षेत्र का निवासी है।वहीं उसके चाचा गोरखपुर के अब्बासी हॉस्पिटल के मालिक और बड़े डॉक्टर हैं।