हाल ही में हुए गाजियाबाद स्कूल बस हादसे के बाद से अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कहा गया है कि इस मामले में संबंधित परिवहन अधिकारी भी जवाबदेही होंगे।साथ ही दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।अब इस घटना के बाद मुख्यमंत्री द्वारा एक सप्ताह के लिए स्कूल बसों की फिटनेस की जांच के लिए प्रदेश व्यापी अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।उन्होंने कहा कि स्कूल बसोंके हर पहलू का परीक्षण करने के आदेश दिए हैं।
साथ ही परिवहन विभाग के प्रस्तुतिकरण के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बताया गया कि सड़क दुर्घटनाओं के दर को कम करने के लिए काम करने की जररूत है।इसके लिए सभी माध्यमिक और उच्च स्कूलों में रोड सेफ्टी क्लब का गठन किया जाएगा। सरकार की प्राथमिकताओं में पहले महिला सुरक्षा है।इसी वजह से बसों में पैनिक बटन लगाने की व्यवस्था के आदेश भी दिए गए है।
सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा कहा गया कि पिछले पांच वर्षों में 26 हजार से अधिक गांवों को परिवहन विभाग ने परिवहन निगम की बस सेवा से जोड़ा है।अब इन सेवा के साथ साथ परिवहन सुविधा का लाभ देने का प्रयास भी करना होगा।जल्दी ही हजारों की संख्या में नई बसों को निगम के बेड़े में शामिल करने की तैयारी की जा रही है।
प्रदेशवासियों की सुविधा के लिए अब वे प्रदेश के किसी भी जिले से दो वर्षों में फिटनेस कराने की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।साथ ही उन्होंने बस स्टेशन सौंदर्यीकरण का कायाकल्प और बसों की बाडी रिपेयर के लिए छह माह का समय दिया है।साथ ही चालक-परिचालक को वर्दी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री द्वारा यह भी कहा गया है कि अब पार्सल या कुरियर सेवा देना भी परिवहन निगम की बसों से शुरू किया जाए।इससे परदेशवादियों को अपना सामान पहुंचाने या लेने में आसानी होगी।इसके अलावा रजिस्ट्रेशन व्हीकल स्क्रैप फैसेलिटी और स्मार्ट कार्ड रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट योजना पांच वर्षों में बनाकर काम किया जाए।इसके अलावा उन्होंने कम से कम एक प्रदूषण केंद्र की हर थाना क्षेत्र में स्थापना करने के लिए बोला है।