राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सचिन पायलट को राज्य के उपमुख्यमंत्री के पद से हटाने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। राज्यपाल मिश्रा ने दो कैबिनेट मंत्रियों विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी बर्खास्त करने की मंजूरी दी है। सचिन पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रमुख के रूप में भी हटा दिया गया है। उनकी जगह अब गोविंद सिंह डोटासरा जो कि शिक्षा और पर्यटन मंत्री है, उन्हें राजसत्यं कांग्रेस का नया अध्यक्ष बना दिया गया है। यह भी पढ़े: भाजपा विधायक देबेन्द्र नाथ ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में दो लोगों को ठहराया जिम्मेदार
सचिन को पद से हटाने के तुरंत बाद, उन्होंने ट्विटर पर अपना बायो बदल दिया और लिखा “सत्य को परेशान किया जा सकता है लेकिन हराया नहीं जा सकता।”
सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं।
— Sachin Pilot (@SachinPilot) July 14, 2020
आपको बता दें, पायलट सोमवार और मंगलवार को दोनो ही दिन जयपुर में कांग्रेस विधायकों की बैठक में शामिल नहीं हुए थे, जिसके कारण सरकार को उन्हें पद से हटाने का फैसला लेना पड़ा। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने मंगलवार को कहा कि पार्टी को इस बात का अफसोस है कि गहलोत सरकार को अस्थिर करने के लिए पायलट और उनके समर्थक सांसद भाजपा के जाल में फस गए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने पायलट को बहुत ही कम उम्र से बढ़ावा दिया था। सुरजेवाला ने यह भी कहा कि “वह 26 साल की उम्र में सांसद बने, जब वह 30 साल जे हुए तो वह केंद्रीय मंत्री बने। उसके बाद 34 की उम्र में राज्य के अध्यक्ष बने और अब 40 की उम्र में उपमुख्यमंत्री बने।”
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