उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों के लिए पलायन एक बहुत ही ज्यादा बड़ी समस्या है. काम ना मिलने की वजह से यहां रहने वाले कई सारे लोग शहर की ओर पलायन कर चुके हैं. जिस वजह से बहुत से गांव भूतहा हो चुके हैं.
इसी पलायन की समस्या के ऊपर उत्तराखंड राज्य के केदारनाथ जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के सेमला गांव के निवासी रचना एल पुलवामा (35) एक फिल्म बनाई है जिसका नाम ‘एक था गांव’ रखा गया है.
इस फिल्म ने पहले मुंबई एकेडमी ऑफ मूविंग इमेज (मामी) फिल्म फेस्टिवल के इंडिया गोल्ड डिवीजन में जगह बनाई है. यहां फिल्म गढ़वाली और हिंदी दोनों भाषाओं में बनी हुई है. इस फिल्म में घोस्ट विलेज (पलायन से खाली हो चुका गांव) की कहानी है.
सृष्टि का परिवार ऋषियों में रहता है. सृष्टि के पिता बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. केएन लखेरा ने बताया, सृष्टि करीब 13 साल की फिल्म लाइन के क्षेत्र में काम कर रही हैं. उत्तराखंड की बेटी सृष्टि लखेरा ने इस फिल्म का निर्माण और निर्देशन किया है.