उत्तराखंड की बेटियां आज हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। खेल, राजनीति, शिक्षा सहित सभी क्षेत्रों में वे बेटों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। नैनीताल जिले की गरिमा उपाध्याय ने पीसीएस परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल कर असिस्टेंट कमिश्नर का पद प्राप्त किया है, जो उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है। गरिमा की सफलता ने साबित किया है कि उत्तराखंड की बेटियां किसी से कम नहीं हैं और वे हर क्षेत्र में अपनी चमक बिखेर सकती हैं। प्रदेश की प्रतिभावान बेटियां पीसीएस जैसी कठिन परीक्षाओं को उत्तीर्ण कर उच्च पदों पर तैनात हो रही हैं, जो पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है।
नैनीताल जिले की गरिमा उपाध्याय ने पीसीएस परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल कर एक नया मुकाम हासिल किया है। उनकी इस सफलता के साथ ही उन्हें सहायक आयुक्त राज्य कर वित्त विभाग में नियुक्ति मिली है। गरिमा की शिक्षा बिड़ला स्कूल हल्द्वानी और पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय से हुई है।
उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में असफलता के बाद भी हार नहीं मानी और बैंक पीओ परीक्षा उत्तीर्ण की।बैंक में 5 वर्ष तक कार्य करने के बाद, उन्होंने पीसीएस की तैयारी शुरू की और 2021 में यूकेपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त की। गरिमा की यह उपलब्धि उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का परिणाम है, जो उत्तराखंड की बेटियों के लिए एक प्रेरणा है।
गरिमा उपाध्याय, जिन्होंने पीसीएस परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल की, के परिवार के बारे में जानकारी सामने आई है। गरिमा के पिता हँसा दत्त उपाध्याय सेंचुरी पेपर मिल लालकुआं से मैनेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि उनकी माता कविता उपाध्याय एक गृहिणी हैं। गरिमा का एक छोटा भाई भी है, जो एक इंजीनियर है।
वर्तमान में, गरिमा अपने पति सुमित और बेटे के साथ पंतनगर में रहती है, जहां उनके पति सुमित पन्तनगर एयरपोर्ट में इलेक्टिकल इंचार्ज के पद पर कार्यरत हैं। गरिमा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया है, जिनके समर्थन और प्रेरणा ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।