जहां देश भर में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य लड़कियों के प्रति भेदभाव को कम करना और उन्हें शिक्षा के अवसर प्रदान करना है। वहीं इसके बावजूद, लड़कियों के खिलाफ अपराध के मामले बढ़ रहे हैं। बेटियों की सुरक्षा अब घर के बाहर ही नहीं, बल्कि स्कूलों में भी खतरे में है। इसका कारण है कुछ लोगों की घटिया मानसिकता, जो हमारे समाज के लिए एक कलंक है।वहीं पौड़ी जिले से एक और शर्मनाक घटना की खबर सामने आई है, जो बहुत ही चिंताजनक और निंदनीय है। दो व्यक्तियों ने गुरु का वेश धारण कर एक 11वीं कक्षा की छात्रा के साथ बलात्कार करने का प्रयास किया।
पीड़िता को धमकी दी गई कि अगर उसने किसी को भी बताया, तो उसको परीक्षा में फेल कर दिया जाएगा, जिससे उसने स्कूल जाना ही बंद कर दिया। अभी तक की सूचना के अनुसार नैनी डांडा के धुमाकोट के जनता इंटर कॉलेज की 11 वी की छात्रा को पिछले 28 दिसंबर 2024 को उसके पीटीए अध्यापक विनोद सोनी ने हाफ टाइम में उससे कहा कि , “तुम मुझे बहुत पसंद हो।” क्यों ना मै तुझे भगाकर ले जाऊं।
जब छात्रा ने इसका विरोध किया, तो शिक्षक विनोद सोनी ने उसे परीक्षा में फेल कराने की धमकी दी। इसके अलावा, 31 दिसंबर को भौतिक विज्ञान के शिक्षक विजय कुमार ने छात्रा को प्रयोगशाला में अकेला रोका जब सभी छात्र प्रयोगशाला से बाहर निकल गए, तो शिक्षक विजय कुमार ने इस मौके का फायदा उठाने की कोशिश की और छात्रा का हाथ पकड़ने की कोशिश भी की। लेकिन जब वह असफल रहा, तो उसने छात्रा को धमकी दी कि अगर उसने इस घटना के बारे में किसी को भी बताया, तो वह उसको परीक्षा में फेल कर देगा।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद छात्र ने स्कूल जाना ही छोड़ दिया जब 22 जनवरी को छात्रा स्कूल जाने से इनकार करने लगी, तो उसके परिवार के सदस्यों ने उस पर दबाव डाला और कारण पूछा। तब छात्रा ने अपने परिजनों को उन दो शिक्षकों की अश्लील हरकतों के बारे में बताया। दोनों आरोपी शिक्षकों के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम और छेड़छाड़ के आरोप में केस दर्ज किया गया है।