
उत्तराखंड नंदानगर में आई आपदा ने दिल दहला देने वाला मंजर दिखाया है। जिसको देखकर बार किसी की आंखे नाम हो गई इस तस्वीर में दिख रहे दो मासूम जुड़वां बच्चे, अपनी मां कांतादेवी के साथ मलबे में दबकर हमेशा के लिए इस दुनियाँ को अलविदा कह गए। दोनों जुड़वा बच्चे अपनी माँ कांतादेवी के साथ हज़ारों टन मलबे के नीचे माँ के सीने से लिपटे मिले।दोनों बच्चों को माँ ने अपने हाथों में थामा हुआ था।
माँ ने आखिरी सांस तक अपने जुड़वा बच्चों को अपने सीने से लगाए रखा था मानो मौत के बाद भी उन्हें खुद से अलग नहीं होने देना चाहती थीं। 17 सितंबर की रात आई आपदा के बाद लगातार 36 घंटे की मशक्कत के बाद जब दोनों मासूम अपनी मां के साथ एक ही स्थान से मिले, तो पूरा क्षेत्र आंसुओं में डूब गया।