दोस्तों उत्तराखंड में भारी बारिश और बाढ़ ने किस तरह लोगों के अंदर दहसत औऱ कहर मचाया है इस बात का अनुमान आप इस तरह से लगा सकते हैं कि उत्तराखंड के कुछ जिलों में लोग बारिश का नाम सुनते ही डर से कांप जा रहें हैं इस भारी बारिश ने कई घरों के चिराग बुझा दिए हैं। कई मकानों को ध्वस्त कर दिया है। खेत के खेत बहा दिये हैं और अनेक लोगों की जाने ले ली हैं। अब ऐसी ही खबर आ रही है पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में स्तिथ धामी गांव से जहां बीती रात को बारिश के बाद हुए भूस्खलन होने के कारण एक मकान ढह गया और बारिश के सैलाब के साथ यह घर दूर तक बहता चला गया। बता दें कि रात को इस घर में सो रहे मां बेटे भी सैलाब के साथ कहीं गुम हो गए। और अभी तक इनके विषय में कोई सूचना नहीं मिली।यह भी पढ़े: पति पत्नी के बीच बहस के चलते 13 महीने की मासूम बच्ची की मौत, पिता के गुस्से का शिकार हुई मासूम
जब अगली सुबह हुई तो लोगों को गांव में एक घर की कमी महसूस हुई जब उन्होंने तलाश जारी की तो पाया गांव में रहने वाली बिशना देवी का घर भूस्खलन में ढह गया जिसमें बिशना देवी और उसका बेटा लापता हैं। लोगों ने देखा जहां कुछ घण्टे पहले बिशना देवी का घर स्थिर था अब वहां सिर्फ मैदान सा नज़र आ रहा है। बता दें कि भारी बारिश के कारण उफान में आई गोरी गंगा में यह घर बहता हुआ चला गया. लेकिन इस पूरी घटना के बावजूद भी एक भी राजस्व विभाग का अधिकारी और आपदा प्रबंधन टीम का अधिकारी घटना स्थल तक पहुंचे नहीं। पिथौरागढ़ आजकल के दिनों में भारी बारिश की मार झेल रहा है।
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