दोस्तों बीते स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर लैंसडाउन में 93 कोर के 179 जवानों ने भारतीय सेना में जगह बनाई।वहीं शपथ ग्रहण में कुछ जवानों को उनके बेहतर प्रदर्शन हेतु संम्मानित भी किया गया संम्मानित होने की इसी दौड़ में नम्बर 1 पर रहे राइफलमैन शुभम रावत। जिन्होंने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक हासिल किया। मूल रूप से पौड़ी से ताल्लुक रखने वाले शुभम रावत ने आखिर भारतीय सेना में भर्ती होने की तैयारी कहाँ से क्या आप जानते हैं। नहीं तो हम बता दिए चलते है। दरहशल पौड़ी गढ़वाल के शुभम रावत का सपना था कि वे भविष्य में भारतीय सेना का हिस्सा बनें और अपने देश के लिये कुछ कर दिखाएं। इस दौरान उन्होंने युथ फाउंडेशन को जॉइन कर लिया जहां उनकों ज्ञात था अगर यहां से ट्रेनिंग ले ली तो भारतीय सेना में भर्ती होने के 90 फीसद चांस बन सकते हैं। लेकिन केवल टैंनिंग ही लेना सब कुछ नहीं था आज अगर शुभम रावत भारतीय सेना का हिस्सा बन तो इसके पीछे सबसे ज्यादा उनकी मेहनत और बुलन्द हौसला है। राज्य के लिये एक बार फिर से गर्व का क्षण हैं। आपको बता दें नायक भवानी दत्त जोशी परेड ग्राउंड में कोर 93 के 179 जवानों ने भारतीय सेना में निश्वार्थ भाव से सेवा देने की कसम खाई।
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