उत्तराखंड के दीपांशु रावत के कारण राज्य में गर्व का माहौल बीते शनिवार को लैंसडौन में गढ़वाल राइफल रेजीमेंट सेंटर मुख्यालय में कसम परेड समारोह आयोजित हुआ। जिसके चलते दीपांशु रावत ने गढ़वाल राइफ़ल की कसम परेड के 93 कोर्स की आर्म्स ट्रेनिंग में कांस्य पदक जीता । आपको बता दे कि दीपांशु रावत ने खुद को सेना के लिए और कहीं नहीं बल्कि यूथ फाउंडेशन में तैयार किया। दीपांशु रावत यूथ फाउंडेशन के कैंप चार्ली का कैडेट रहा। जिसके चलते फिर एक बार एक वीर यूथ फाउंडेशन से हमारे देश को मिला जो कि बहुत गर्व का विषय है। दीपांशु रावत मूल रूप से पौड़ी जिले के बाराडंडा गाव के रहने वाले हैं। उनके परिजनों और साथ के क्षेत्र के लोगों के लिए य़ह गर्व का क्षण है।कोर-93 के कुल 179 जवानों ने वतन की रक्षा की शपथ ली और अब वे थल सेना में शामिल हो चुके हैं।
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इतना ही नहीं, राइफलमैन विपिन रावत रजत पदक के हकदार बने और राइफलमैन अनिकेश रावत को कांस्य पदक से प्रदान किया गया। राइफलमैन शुभम रावत को फायरिग में उत्तम प्रदर्शन के लिए और राइफलमैन अमित सिंह को शारीरिक प्रशिक्षण के लिए सम्मान मिला। जो कि बहुत गर्व का विषय है I ब्रावो कंपनी के हवलदार महिपाल सिंह उत्तम प्रशिक्षक रहे।
179 नव प्रशिक्षित कैडेट्स ने हमारे राष्ट्रीय ध्वज को साक्षी मानकर व धार्मिक ग्रंथ गीता को स्पर्श कर देश की सच्चे मन से सेवा करने की शपथ ग्रहण की। साथ ही वहीं आपको बता दे कर्नल विनीत वाजपई ने इस परेड की सलामी ली. उत्तराखंड के 179 जवानों को भारतीय थल सेना में भर्ती होने की हार्दिक शुभकामनाएं और साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की हम कामना करते हैं।
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