आखिर पकड़ा गया उत्तराखंड की गुड़िया का गुनहगार, पुलिस ने रखा था 1लाख का इनाम..

लिस ने अपनी सूझ बुझ के साथ 1,000,00 इनाम रखवाकर इसे भी पकड़ लिया है ये दोनो उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के रहने वाले हैं।

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Second accused of haridwar rape arrested in uttarpradesh

हमारे समाज में बहुत सी ऐसी घटनाए है जो शायद ही ख्तम हो। उन्ही में से एक है रेप, बलात्‍कार की वारदातें बदस्‍तूर जारी हैं। आखिर हमारे समाज में यौन हिंसा जैसे घिनौने अपराध होते ही क्यों है? जैसे-जैसे हमारा समाज अधिक शीक्षित और प्रगतिशील होता जा रहा है, वैसे-वैसे ही समाज में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। हर दिन , हर पल यह देश के किसी ना किसी कोने में जररूत होता है।लेकिन सवाल यह है कब तक?और इसमें किसकी गलती है?क्यूं है बार एक लड़की को सब झेलना और डरना पड़ता है? क्या देश का कोई कोना है ऐसा जहां ऐसी एक भी वारदात ना मिले।

उत्तराखंड को जहां देवभूमि के रूप में पूजा जाता है।वहीं कुछ लोग उस देवभूमि में पाप कर रहे है।आपको बता दें कि, 20 दिसंबर को हरिद्वार की एक कॉलोनी में हुई घटना से सभी लोग दंग रह गए है।ऋषिकुल के समीप 11 वर्षीय एक बच्ची के साथ उनके पड़ोस में रहने वाले किरायेदार दो युवको ने पतंग दिलाने के बहाने कमरे मे ले जाकर दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी।पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है और दूसरा अपराधी पकड़े गये आरोपी का मामा फरार था। उन्होंने बताया कि भीड़ का फायदा उठाकर एक अन्य आरोपी राजीव भाग निकला और उसकी तलाश के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी और नगर पुलिस अधीक्षक जैसे वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में कई टीमें बनाकर उत्तर प्रदेश के फैजाबाद तथा अन्य स्थानों पर भेजी गयी थी। उन्होंने कहा कि इस मामले में कई महत्वपूर्ण सुराग पुलिस के हाथ लग चुके थे। पुलिस ने अपनी सूझ बुझ के साथ 1,000,00 इनाम रखवाकर इसे भी पकड़ लिया है ये दोनो उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के रहने वाले हैं।

इस घटना के बारे में बताते हुए कौशिक ने कहा कि मामले के सामने आते ही पुलिस ने भारतीय दंड विधान की संगीन धाराओं 376, 366, 302 और 201 के अलावा पॉक्सो अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया और एक आरोपी रामतीरथ यादव और उसके मामा को गिरफ्तार कर लिया।यह भी पड़े: Garhwal Rifles: देश सेवा की कसम खाकर भारतीय सेना में शामिल हुए 176 जवान

देश के बहुत से शहरों से पीड़ित बच्ची को श्रद्धांजलि दी गई और उसे इंसाफ दिलाने की मांग भी की गई है।लेकिन यह सब आखिर कब तक चलेगा? कब तक मासूम लड़कियों की इज्जत को यूं उछलकर उसे मार दिया जाएगा।आखिर कब तक घर की बहू, बेटियों को यूं डर डर के जीना पड़ेगा…आखिर कब तक?.

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