भारतीय जवानों के जुनून और हौसले के बहुत सी खबर हमे रोज सुनने को मिलती है। आज भी हम एक ऐसी ही खबर आपके सामने लाए है। सेना में बहाली के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया जारी है।वहीं रजिस्ट्रेशन में बहुत सी गड़बड़ चल रही है। और रजिस्ट्रेशन में हो रही गड़बड़ियों को सुधारा जा रहा है।
16 दिसंबर से मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण के लिए सेना की वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है।लेकिन आवेदन के दौरान बहुत से कागज पत्र बनाने पड़ते है। बहाली में होने वाली भर्तियों में अविवाहित होने का प्रमाण पत्र भी सौंपना होगा। यानि शैक्षणिक व अवासीय प्रमाण पत्र के साथ सभी को अविवाहित होने का प्रमाण पत्र भी दिखाना होगा।इससे पूर्व अभ्यर्थियों को रजिस्ट्रेशन के वक्त आवेदन में सिर्फ अविवाहित होने को लेकर जानकारी भरनी होती थी। यह पत्र ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले युवकों को मुखिया और शहरी क्षेत्र के युवकों को वार्ड पार्षद से लेना होगा। यह मुखिया व वार्ड पार्षद की ओर से बनाया गया ही होना चाहिए। उसपर उनका हस्ताक्षर व मुहर भी लगवाना जरूरी है। इनकी ओर से जारी प्रमाण पत्र ही बहाली के लिए मान्य होगा। सुबह 10.30 से दोपहर 02 बजे तक आवेदन में सुधार किया जाएगा।
मुजफ्फरपुर भर्ती बोर्ड के निदेशक सेना मेडल कर्नल बॉबी जसरोटिया ने बताया कि बहाली के लिए अविवाहित प्रमाण पत्र होना भौर आवश्यक है। इस पत्र के बिना अभ्यर्थी को कागजात की जांच से बाहर कर दिया जाएगा। इसके लिए एक फॉमेट भी जारी किया गया है जो सेना की वेबसाइट पर उपलब्ध है।आचरण व अविवाहित होने के प्रमाण देने के अलावा अभ्यर्थियों के माता या पिता को भी एक शपथ पत्र सेना को सौंपना होता है।यह भी पड़िए:खूस्खबरीअब इंडियन आर्मी में इन राज्यों में निकली भर्ती, 10वी,12वी पास करे आवेदन…
एक श्रेणी में ही मिलेगी छूट..
भर्ती के दौरान एआरओ में कई युवक अपनी समस्या की लेकर पहुंच रहे हैं। कई युवक सैनिक परिवार से जुड़े हैं तो कई एनसीसी से सी सर्टिफिकेट पास हैं।इस पर एआरओ निदेशक ने स्पष्ट किया है कि किसी भी सूरत में अभ्यर्थी को एक ही श्रेणी में लाभ मिलेगा ना कि दोनों श्रेणी से।इसलिए वे एक ही श्रेणी के लिए आवेदन करें।15 दिनों में मुजफ्फरपुर बहाली के लिए 10 हजार से अधिक युवक आवेदन कर चुके हैं। लेकिन, इसमें कई अभ्यर्थी गड़बड़ डाटा दे दिये हैं। एआरओ स्तर पर इनके रजिस्ट्रेशन में सुधार किया जा रहा है।