जैसा कि सभी जानते है, नया वर्ष का जश्न हर जगह अलग अलग रूपोंनमें मनाया गया। कोरोना काल के इस दौर पर लोग तरह तरह प्लान बनाया।इसलिए गृह मंत्रालय ने कहा था कि नए साल की पार्टियां की लापरवाही कहीं लोगों के ऊपर भारी न पड़ जाए, इसलिए इस दौरान बेहद चौकसी की जरूरत है।नैनीताल पुलिस बिना परमिशन लेने वाले लोगो, होटेल्स, रेस्टोरेंट्स पर सख्त करवाई करेगी।नैनीताल में न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए प्रशासन पहले ही गाइडलाइन जारी कर चुका था।यानी न्यू ईयर पर बिना परमिशन के पार्टी या उड़दंग करना पड़ सकता है महंगा।लेकिन नए साल के जश्न के मौके पर एक ऐसी खबर सामने आयी है जिससे यह पता चलता है कि बड़ा ओहदा मिलने पर लोगो में अकड़ आ जाती है।
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थर्टी फर्स्ट नाइट पर नैनीताल के मालरोड पर दूर-दूर से बहुत से पर्यटक जश्न मनाने पहुंचे। जश्न के बीच में दो लोगो का अन्य पर्यटकों से विवाद शुरू हो गया।विवाद के बढ़ते बढ़ते इतना बढ़ गया कि मामला पुलिस तक पहुंच गया और कोतवाली से पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। इन्हें कोतवाली ले जाया गया जहां वे दोनों व्यक्ति खुद को अफसर बताकर हेकड़ी दिखा रहे थे और बिना बात के पुलिस से उलझ रहे थे।तब पुलिस ने दोनों अधिकारियों के दोनों के खिलाफ शांति भंग करने की कार्रवाई की तैयारी शुरू की और दोनों को मेडिकल कराने को कहा।
कार्रवाई और मेडिकल की बात सुनकर दोनों अधिकारी शांत हो गए और कोई विवाद ना करने की बात कहने लगे।जिसके बाद पुलिस ने उन्हे छोड़ दिया।लेकिन यह बात नैनीताल में एक चर्चा का विषय बन चुका था।लेकिन पुलिस अधिकारी इस मामले में कोई भी बयान देने से बच रहे हैं।घटना सामने आने के बाद तो यह बात स्पष्ट हो गई की बड़े ओहदे के मिलने पर कई लोग इसका गलत फायदा उठा रहे है।
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