आजकल सड़क हादसे बढ़ते ही चले जा रहे है।लेकिन ऐसी घटनाओं में सूझबूझ के काम कर यात्रियों को जान बचाना बहुत कम लोग कर पाते है ऐसा ही एक मामला आज सामने आया है।बीते शुक्रवार को एक बस चम्बा जो कि टिहरी जिले का एक शहर है से ऋषिकेश की ओर जा रही थी। बस के चालक 36 वर्ष के विजय जोशी थे जिसमे 14 सवारियां थी।बस चलते चलते चंबा से लगभग 40 किलोमीटर दूर एक पहाड़ के रास्ते पर जा रही थी तभी अचानक से चालक विजय जोशी के सीने में बहुत तेज दर्द शुरू हो गया।और वे बस को नियंत्रित नहीं कर पा रहे थे।जिससे बस अनियंत्रित हो गई।
उसी समय उन्होंने सूझ बुझ से काम लेते हुए सबसे पहले बस को ब्रेक लगाकर सड़क के किनारे रोक दिया।अगर ब्रेक लगाने में जरा भी देर हो जाती तो यात्रियों की जान को बहुत खतरा था।इसके तुरंत बाद ही वे बेहोश है गए।इसके बाद कंडक्टर की सहायता से चालक विजय जोशी को एम्स ऋषिकेश रेफर कराया गया और बस के यात्रियों को दूसरी बस से भेजा गया।
इलाज के दौरान है उनकी मृत्यु हो गई।अपनी आखिरी घड़ी में वे अपनी सूझ बुझ से 14 लोगो की जान बचाकर एक असली नायक साबित हुए।शनिवार को चालक विजय जोशी को डीजीएमओ मुख्यालय में श्रद्धांजलि दी गई।और उनके इस बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।