मकर संक्रांति के लिए ट्रैफिक पुलिस ने नए रूट प्लान जारी कर दिया है। शहर में वाहनों की संख्या बढ़ने की स्थिति में रूट डायर्वजन भी लागू कर दिया हैं।मकर संक्रांति पर्व को लेकर 14 जनवरी को हरिद्वार पुलिस और प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। इस दौरान लाखों श्रद्धालुओं के हरिद्वार पहुंचेंगे। ऐसे में यातायात व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही भीड़ को नियंत्रित करना बड़ी चुनौती होगी। मकर संक्रांति के पर्व को लेकर ट्रैफिक पुलिस ने वाहनों के लिए रूट प्लान भी जारी कर दिया है। पार्किंग के लिए भी स्थान निर्धारित कर दिए है। वाहनों का संख्या बढ़ने की स्थिति में रूट डायर्वजन लागू भी किया जाएगा।
रूट प्लान के मुताबिक अलग राज्यों से आने वाली बसों को हरिद्वार – रुड़की हाईवे से ऋषिकुल पुल पार कर उत्तराखंड राज्य परिवहन बस अड्डे भेजा जाएगा और इन वाहनों की वापसी भी इसी रास्ते होगी।साथ ही साथ पार्किंग स्थल पर खड़े होने वाले वाहन श्रीयंत्र टापू पुल,सिंहद्वार चौकऔर बूढ़ी माता तिराहा,रुड़की राष्ट्रीय राजमार्ग होते हुए वापस जाएंगे। सहारनपुर से आने वाले वाहनों को भगवानपुर, झबरेड़ा, पुहाना मंगलौर से डाइवर्ट कर लंढौरा-लक्सर से जगजीतपुर तिरछी पुलिया से मातृ सदन पुल, दक्षद्वीप से बैरागी कैंप पर पार्क कराया जाएगा। नजीबाबाद से आने वाले वाहनों को नीलधारा में बने पार्किंग स्थल पर पार्क कराया जाएगा।
छोटे वाहनों को मंगलौर बस अड्डे से डायवर्ट कर लंढौरा-लक्सर से जगजीतपुर तिरछी पुलिया डायवर्जन से दक्षद्वीप होते हुए बैरागी पार्किंग पर खड़ा कराया जाएगा और हल्के वाहनों को मंगलौर बस अड्डे से डायवर्ट कर लंढौरा-लक्सर से जगजीतपुर तिरछी पुलिया डायवर्जन से होकर चंडी चौक होते हुए चमगादड़ टापू मैदान पर पार्क कराया जाएगा। पार्किंग भरने पर वाहनों को गौरी शंकर पार्किंग स्थल पर खड़ा करवाया जाएगा। इसके भी सारे इंतजाम किए गए हैं।
देहरादून, ऋषिकेश से आने वाले वाहनों की पार्किंग मोतीचूर एवं ऋषिकुल के अलावा पावन धाम और चमगादड़ टापू में कराई जाएगी।जिसके बाद हरिद्वार में वाहनों का दबाव अधिक होने की स्थिति में दिल्ली की तरफ से देहरादून जाने वाले वाहनों को रुड़की से ही भगवानपुर, छुटमलपुर से देहरादून भेजा जाएगा। रूट प्लान 13 जनवरी दोपहर 12 बजे से 15 जनवरी की दोपहर दो बजे तक लागू रहेगा। जिला प्रशासन ने स्नान को लेकर एसओपी जारी की है। इसके अनुसार राज्य के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओ को पांच दिन की कोविड आरटीपीसीआर जांच की नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य होगा, उससे के बाद ही बाहर से आने वाले श्रद्धालु स्नान कर सकिंगे।
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